Wagner Chief Death: येवगेनी प्रिगोझिन की मौत के बाद अब वैगनर ग्रुप आगे क्या करेगा? जानें
वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की मौत हो गई है। प्रिगोझिन ने रूस की सेना के खिलाफ जून महीने के आखिर में बगावत का ऐलान कर दिया था। प्रिगोझिन की मौत से एक दिन पहले एक रूसी अधिकारी ने सहयोगियों को आश्वस्त करने के लिए लीबिया का दौरा किया था कि वैगनर समूह के लड़ाके देश में बने रहेंगे - लेकिन मॉस्को के नियंत्रण में।
मॉस्को, एजेंसी। वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की मौत हो गई है। प्रिगोझिन ने रूस की सेना के खिलाफ जून महीने के आखिर में बगावत का ऐलान कर दिया था। प्रिगोझिन की मौत से एक दिन पहले एक रूसी अधिकारी ने सहयोगियों को आश्वस्त करने के लिए लीबिया का दौरा किया था कि वैगनर समूह के लड़ाके देश में बने रहेंगे - लेकिन मॉस्को के नियंत्रण में।
रूस के साथ बैठक करने वाले लीबिया के एक अधिकारी ने कहा, "बेंगाजी में हुई बैठक में रूसे के उप रक्षा मंत्री यूनुस-बेक येवकुरोव ने मंगलवार को पूर्वी लीबिया के कमांडर खलीफा हफ्तार से कहा कि वैगनर फोर्स एक नए कमांडर को रिपोर्ट करेंगे।"
लीबिया में रूस की मौजूदगी बढ़ सकती है
रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट के लीबिया शोधकर्ता जलेल हरचोई ने कहा, "येवकुरोव की यात्रा से पता चलता है कि अगर कुछ भी हो- लीबिया में रूस की मौजूदगी कम होने के बजाय गहरा और विस्तारित हो सकता है।" जून में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ येवगेनी प्रिगोझिन और वैगनर के जवानों ने विफल विद्रोह कर दिया था, जिसके बाद हुई सैन्य बैठक एक संकेत थी कि मॉस्को का इरादा भाड़े के ग्रुप द्वारा बनाए गए वैश्विक नेटवर्क को छोड़ने का नहीं है।
रूस के सैन्य और वाणिज्यिक अभियानों को झटका लगा
अब जब प्रिगोझिन की मौत हो गई है तो वैगनर और उसके द्वारा पूरे यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका में रूस के लिए बनाए गए सैन्य और वाणिज्यिक अभियानों को झटका लगा है। वैगनर ने यूक्रेन में कई लड़ाइयां लड़ीं। इसके साथ ही सीरिया, लीबिया, मध्य अफ्रीका और माली में गृह युद्ध और विद्रोह में भाग लेकर लड़ाईयां लड़ी और रास्ते में सोने की खदानों और तेल क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लिया।
पुतिन ने पहले ही सीरिया में वैगनर ऑपरेशन शुरू किया
पुतिन ने पहले ही सीरिया में वैगनर ऑपरेशन शुरू कर दिया था। विद्रोह के बाद वैगनर की यूक्रेन में मौजूद सेना ने रूस की मुख्य सेना को एक आधार सौंप दिया। इसके बाद बेलारूस में एक सेना शिविर में स्थानांतरित करना शुरू कर दिया, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उनमें से कितने सैनिक वहां हैं।
अफ्रीका में, वैगनर नए मैनेजमेंट के तहत मौजूद रह सकता है या किसी अन्य रूसी भाड़े के ग्रुप में शामिल हो सकता है। लेकिन उन जगहों पर काम करने की इसकी क्षमता जहां मॉस्को की कोई औपचारिक या कानूनी उपस्थिति नहीं है। यू.एस. स्थित शोधकर्ता जॉन लेचनर, जो प्रिगोझिन के बारे में एक किताब लिख रहे हैं ने कहा, "वैगनर एक चालू संस्था है। यह एक अनुबंध है, यह एक व्यवसाय है, इसे जारी रखने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "विश्वसनीयता के नजरिए से वैगनर यह दिखाने की कोशिश करेंगे कि चीजें सामान्य रूप से चल रही हैं कि वे अभी भी भागीदार हैं।"