पुतिन ने चला ऐसा दांव, पश्चिम देशों को रिहा करने पड़े आठ जासूस; मॉस्को में नायकों की तरह हुआ स्वागत
रूस ने पश्चिम देशों के 16 कैदियों को रिहा किया। बदले में पश्चिम देशों ने रूस के आठ जासूसों को छोड़ा है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इन कैदियों का मॉस्को में जोरदार तरीके से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आपको रूस ने एक मिनट के लिए भी नहीं भुलाया है। रूस इसे बड़ी कामयाबी के रूप में देख रहा है।
एएफपी, मॉस्को। पश्चिम देशों के साथ ऐतिहासिक कैदी अदला-बदली के तहत रूस अपने आठ जासूसों को छुड़वाने में कामयाब रहा। कैदियों के मॉस्को पहुंचने पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उनका हीरो की तरह स्वागत किया। पुतिन ने कहा कि मैं आप सभी को अपनी मातृभूमि पर लौटने पर बधाई देना चाहता हूं। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि रूस ने उन्हें एक मिनट के लिए भी नहीं भुलाया है।
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कुल 24 कैदियों को किया गया रिहा
पुतिन ने स्पष्ट रूप से दुनियाभर में फैले अपने एजेंटों को संदेश दिया है कि अगर आप पकड़े भी गए तो क्रेमलिन आपके साथ है। पश्चिम के साथ समझौते के तहत गुरुवार को कुल 24 कैदियों को रिहा किया गया। इनमें 16 कैदी पश्चिम और आठ रूस के थे। बता दें कि शीत युद्ध के बाद यह कैदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली है।रूस ने अमेरिकी पत्रकार को छोड़ा
रूस ने अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच और अलसू कुर्माशेवा और पूर्व मरीन पॉल व्हेलन को रिहा किया है। बदले में रूस ने एक दशक से अधिक समय में एक ही बार में सबसे अधिक संख्या में अपने कथित जासूसों को रिहा कराया। रिहा होने वाले कैदियों में एफएसबी सुरक्षा सेवा का वादिम कसीकोव को भी शामिल है।
एजेंट और हैकर रूस लौटे
रूस लौटने वालों में स्लोवेनिया में फर्जी दस्तावेजों पर रहने वाले दो गुप्त एजेंट, एक कुख्यात हैकर और नॉर्वे में ब्राजीलियाई शोधकर्ता के रूप में काम करने वाला एक कथित रूसी कर्नल शामिल है।कसीकोव को छुड़वाना बड़ी कामयाबी
कसीकोव को छुड़वाना पुतिन की सबसे बड़ी कामयाबी है। कसीकोव एफएसबी अधिकारी था। उसे 2019 में जर्मनी में एक पूर्व चेचन अलगाववादी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुतिन लंबे समय से कसीकोव को कैदी अदला-बदली समझौते में शामिल करने का दबाव बना रहे थे। मगर जर्मनी इसका विरोध करता था।