क्या वैगनर ग्रुप हिज्बुल्लाह को खतरनाक एयर डिफेंस सिस्टम देना चाहता है? रूस ने रिपोर्ट को सिरे से नकारा
क्रेमलिन (रूस) ने शुक्रवार (3 नवंबर) को आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह को एयर डिफेंस सिस्टम देने की वैगनर के योजना की रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया। दरअसल वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा करते हुए कहा है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी का मानना है कि रूस का वैगनर ग्रुप लेबनान के आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह को वायु रक्षा प्रणाली देने की योजना बना रहा है।
रायटर्स, मॉस्को। क्रेमलिन (रूस) ने शुक्रवार (3 नवंबर) को आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह को एयर डिफेंस सिस्टम देने की वैगनर के योजना की रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया। दरअसल, वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा करते हुए कहा है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी का मानना है कि रूस का वैगनर ग्रुप लेबनान के आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह को वायु रक्षा प्रणाली देने की योजना बना रहा है।
क्रेमलिन ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी बातें निराधार हैं।
वॉल स्ट्रीट की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, "हम पहले ही कह चुके हैं कि ऐसा कोई समूह (वैगनर) मौजूद नहीं है।" इसके साथ ही दिमित्री पेस्कोव से अज्ञात अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए पूछा गया था कि अमेरिकी खुफिया विभाग को लगता है कि वैगनर इस तरह के हस्तांतरण की योजना बना रहा है।
अमेरिकी हमारी सेना को बता सकते हैं- दिमित्री पेस्कोव
रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर दिमित्री पेस्कोव ने कहा, "यह सभी बातें बेबुनियाद हैं और इनका कोई आधार नहीं है। रूसी और अमेरिकी सेनाओं के बीच बातचीत करने के लिए इंमरजेंसी चैनल हैं, और अगर किसी समस्या के बारे में वास्तविक चिंताएं हैं, तो अमेरिकी हमारी सेना को बता सकते हैं। "
वैगनर ने हिज्बुल्लाह को एस1 सिस्टम देने की योजना बनाई- अमेरिका
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वैगनर ने हिज्बुल्लाह को पैंटसिर-एस1 सिस्टम की आपूर्ति करने की योजना बनाई है। इस सिस्टम को नाटो एसए-22 के नाम से पुकारता है। यह सिस्टम विमान को रोकने के लिए विमान-रोधी मिसाइलों और एयर डिफेंस बंदूकों का इस्तेमाल करता है।
वैगनर ग्रुप को रूस की सरकार पैसे देती है
बता दें कि वैगनर ग्रुप को रूस की सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। यह रूस का प्राइवेट मिलिट्री ग्रुप भी है। इसी साल जून में इसके पूर्व नेता येवगेनी प्रिगोझिन रूस के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिसके बाद फिर से यह क्रेमलिन के नियंत्रण में आ गया था।
पुतिन और वैगनर ग्रुप का कमांडर मिलते दिखे
वहीं, पुतिन और क्रेमलिन बार-बार करते रहे हैं कि वैगनर ग्रुप को कानूनी मान्यता प्राप्त नहीं है। हालांकि, सितंबर के अंत में पुतिन को वैगनर ग्रुप के सबसे वरिष्ठ पूर्व कमांडरों में से एक से मिलते हुए दिखाया गया था।
अमेरिकी अधिकारी निगरानी कर रहे हैं
समाचार एजेंसी रायटर्स ने जर्नल के हवाले से बताया है कि एक अज्ञात अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि वाशिंगटन ने पुष्टि नहीं की है कि वायु रक्षा प्रणाली भेजी गई थी, लेकिन अमेरिकी अधिकारी वैगनर और हिज्बुल्लाह से जुड़ी चर्चाओं की निगरानी कर रहे हैं।
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा है कि पैंटसिर-एस1 सिस्टम हिजबुल्लाह को सीरिया के जरिए दी जाएगी, जहां रूस ने साल 2015 में गृहयुद्ध में प्रवेश करके राष्ट्रपति बशर अल-असद को समर्थन दिया था।
अगर अमेरिका की यह इंटेलीजेंस रिपोर्ट सही निकलती है तो यह इजरायल के लिए मुश्किल पैदा कर सकती है और इसके पीछे रूस का हाथ हो सकता है।