फलस्तीन के समर्थन में लंदन में निकली 'यहूदी विरोधी' रैली, पूर्व PM बोरिस जॉनसन ने की निंदा; 120 से अधिक लोग गिरफ्तार
ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने लंदन में यहूदी विरोधी रैली निकाले जाने पर निंदा की। उन्होंने कहा कि दुनिया के नक्शे से इजरायल को मिटाने के अपने इरादे में हमास कभी सफल नहीं हो पाएगा। बता दें कि इजरायली सेना द्वारा गाजा में जारी कार्रवाई के विरोध में लंदन में लोगों ने फलस्तीन के समर्थन में एक रैली निकाली थी।
एएनआई, लंदन। ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने लंदन में यहूदी विरोधी रैली निकाले जाने पर निंदा की। साथ ही उन्होंने हमास द्वारा इजरायल पर किए गए 7 अक्टूबर के हमले की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि दुनिया के नक्शे से इजरायल को मिटाने के अपने इरादे में हमास कभी सफल नहीं हो पाएगा।
फलस्तीन के समर्थन में निकाली थी रैली
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इजरायली सेना द्वारा गाजा में जारी कार्रवाई के विरोध में लंदन में लोगों ने फलस्तीन के समर्थन में एक रैली निकाली थी। इस दौरान सैकड़ों की तादात में उमड़े लोगों ने इजरायली कार्रवाई के विरोध में गुस्सा जताया। हालांकि, पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने इस रैली की निंदा की है।
लंदन की सड़कों पर यहूदी विरोधी नारों से हैरान हूं- बोरिस जॉनसन
पूर्व पीएम जॉनसन ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति को लगभग 80 साल हो गए हैं। लंदन की सड़कों पर इस तरह के यहूदी विरोधी नारे सुनना चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा कि यूरोप में नफरत फिर से बढ़ रही है, जिसे हमें मिलकर मिटाना होगा। वे इजरायल को नक्शे से मिटा देना चाहते हैं। आज वे यही नारे लगा रहे थे। लेकिन वह सफल नहीं होंगे। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए पुलिस को धन्यवाद दिया।
120 से अधिक लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बता दें कि रैली के दौरान प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए थे। हालांकि, मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने हाइड पार्क से अमेरिकी दूतावास तक के मार्ग पर 1,850 अधिकारियों को तैनात किया था। इस बीच पुलिस ने 120 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
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7 अक्टूबर को हमास ने किया था इजरायल पर हमला
उल्लेखनीय है कि गाजा में नागरिकों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस युद्ध को रोकने के लिए दुनियाभर में फलस्तीन के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। बताते चलें कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। जिसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की। इजरायली सेना की कार्रवाई में हजारों लोगों की जान जा चुकी है।