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ब्रिटेन में सात बच्चों की हत्या करने वाली नर्स को मिली उम्रकैद की सजा, शीघ्र रिहाई के सारे रास्ते बंद

न्यायमूर्ति जेम्स गास ने आजीवन कारावास की सजा से शीघ्र रिहाई के किसी भी प्रावधान को हटाते हुए कहा कि अपराधों की गंभीरता ऐसी है कि 33 वर्षीय महिला को अपना शेष जीवन सलाखों के पीछे बिताना होगा। उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि नर्स की ओर से उठाया गया कदम शिशुओं के पालन-पोषण और देखभाल की मानवीय प्रवृत्ति के बिल्कुल विपरीत था।

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Mon, 21 Aug 2023 08:02 PM (IST)
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सात बच्चों की हत्या करने वाली नर्स को आजीवन कारावास। (फाइल फोटो)
लंदन, पीटीआई। ब्रिटेन के एक अस्पताल में सात नवजातों की हत्या और छह की हत्या के प्रयास मामले में दोषी नर्स लुसी लेटबी को सोमवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। इसके साथ ही इस मामले में शीघ्र रिहाई का प्रावधान हटा दिया गया।

कोर्ट ने शीघ्र रिहाई के प्रावधान हटाएं

न्यायमूर्ति जेम्स गास ने आजीवन कारावास की सजा से शीघ्र रिहाई के किसी भी प्रावधान को हटाते हुए कहा कि अपराधों की गंभीरता ऐसी है कि 33 वर्षीय महिला को अपना शेष जीवन सलाखों के पीछे बिताना होगा। उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि नर्स की ओर से उठाया गया कदम शिशुओं के पालन-पोषण और देखभाल की मानवीय प्रवृत्ति के बिल्कुल विपरीत था।

कोर्ट का सख्त रुख

कोर्ट ने कहा कि यह उस भरोसे का भी उल्लंघन था, जो चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों पर रखा जाता है। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को नुकसान पहुंचाया वे समय से पहले पैदा हुए थे। उनमें कुछ के जीवित न रह पाने का खतरा था, लेकिन प्रत्येक मामले में जानबूझकर उन्हें नुकसान पहुंचाया गया।

पीएम सुनक ने की निंदा

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इसके लिए नर्स की निंदा की। पीएम सुनक ने कहा कि उनकी सरकार अपराधियों को लेकर कानून में बदलाव करने पर भी विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए कानून में बदलाव पर विचार कर रहे हैं।

ऋषि सुनक ने कहा

मुझे लगता है, जैसा कि हर कोई इसके बारे में पढ़ रहा है, यह बेहद चौंकाने वाला और पीड़ादायक है। अब, मुझे लगता है कि यह कायरतापूर्ण है। जो लोग ऐसे भयानक अपराध करते हैं वह अपने परिवार और प्रियजन का सामना नहीं कर पाते हैं।

नर्स ने कब की थी हत्याएं?

बता दें कि अस्पताल में कार्य करने वाले भारतवंशी डॉक्टर रवि जयराम और उनकी टीम के प्रयास के बाद मामला सामने आ पाया था। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई थी और नर्स को गिरफ्तार किया गया था। ये हत्याएं वर्ष 2015 और 2016 के बीच की गई थीं।