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सुरक्षा परिषद में भारत के दावे को मिली मजबूती, फ्रांस के बाद ब्रिटेन ने भी किया समर्थन; US पहले ही कर चुका है पैरवी

दुनिया के तमाम बड़े देश भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता दिलाने के पक्ष में हैं। एक दिन पहले ही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसकी जोरदार पैरवी की थी। अब ब्रिटेन ने भी सार्वजनिक रूप से मांग का समर्थन करते हुए कहा है कि यह होना आवश्यक है। बता दें कि इससे पहले अमेरिका भी भारत की सदस्यता की पैरवी कर चुका है।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Fri, 27 Sep 2024 11:19 PM (IST)
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स्टार्मर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से भारत के दावे का समर्थन किया। (Photo- Reuters)

पीटीआई, लंदन। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत को अब अमेरिका और फ्रांस के बाद ब्रिटेन का भी सार्वजनिक समर्थन हासिल हो गया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर ने सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत के दावे का समर्थन किया है।

न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में स्टार्मर ने कहा, बहुपक्षीय वैश्विक व्यवस्था के युग में सुरक्षा परिषद में सुधार होना आवश्यक है। इस संस्था को ज्यादा प्रतिनिधित्वपूर्ण और जिम्मेदार बनाए जाने की जरूरत है।

ब्रिटेन ने किया मांग का समर्थन

स्टार्मर ने कहा कि इसके लिए भारत, अफ्रीका, ब्राजील, जापान और जर्मनी को सुरक्षा परिषद में स्थायी स्थान मिलना चाहिए। वैश्विक विकास में इन देशों की भूमिका बढ़नी चाहिए।

इससे पहले बुधवार को महासभा में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की जोरदार पैरवी की थी। कहा था कि इससे सुरक्षा परिषद की भूमिका और ज्यादा प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी।

अमेरिका भी कर चुका है पैरवी

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन सुरक्षा परिषद में भारत की दावेदारी का पहले ही समर्थन कर चुके हैं। विश्व की इस सबसे शक्तिशाली संस्था के इस समय अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस ही स्थायी सदस्य हैं।