रूस के लिए जासूसी करने वाले ब्रिटिश दूतावास के गार्ड को 13 साल की सजा, नशे में बनाई थी दस्तावेजों की फिल्म
बर्लिन में ब्रिटिश दूतावास में कार्यरत सुरक्षा गार्ड को रूस को संवेदनशील जानकारी देने के मामले में 13 वर्ष दो महीने की सजा सुनाई गई है। सुनवाई के दौरान स्मिथ ने स्वीकार किया कि उसने दो संवेदनशील जानकारी वाले पत्र बर्लिन स्थित रूसी दूतावास को भेजे थे। (फोटो एपी)
लंदन, रायटर। बर्लिन में ब्रिटिश दूतावास में कार्यरत सुरक्षा गार्ड को रूस को संवेदनशील जानकारी देने के मामले में 13 वर्ष दो महीने की सजा सुनाई गई है। यह सजा लंदन की एक अदालत ने शुक्रवार को सुनाई है।
अदालत को बताया गया कि डेविड बैलेंटाइन स्मिथ ने तीन वर्षों तक संवेदनशील जानकारियां जुटाईं। अदालत ने कहा कि स्मिथ पर मामला भले 2020 और 2021 के बीच का हो, लेकिन उसकी भागीदारी इसमें दो वर्ष पहले से सामने आई है।
'स्मिथ ने संवेदनशील जानकारी वाले पत्र की बात स्वीकारी'
सुनवाई के दौरान स्मिथ ने स्वीकार किया कि उसने दो संवेदनशील जानकारी वाले पत्र बर्लिन स्थित रूसी दूतावास को भेजे थे। इस हफ्ते की शुरुआत में स्मिथ ने अदालत से कहा था कि उसे अपने किए पर पछतावा है। उसने यह कार्य अपने सहकर्मी से हुए विवाद के बाद अंजाम दिया था।
उसने अदालत को बताया कि नशे में उसने कई दस्तावेजों की फिल्म बना ली थी, लेकिन इसे किसी को नहीं भेजा था। हालांकि, अदालत ने उसकी दलीलों को खारिज कर दिया था।
अदालत ने कहा कि स्मिथ ने रूस की सहायता करने के इरादे से यह अपराध किया है। उन्होंने कहा कि आपका (स्मिथ) मकसद ब्रिटिश हितों को नुकसान पहुंचाने का था। स्मिथ ने अदालत में दलील दी कि अपराध के समय वो मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे थे। हालांकि, अदालत ने उनकी दलील खारिज कर दी।
अदालत ने कहा कि मुझे अवसाद और आपके (स्मिथ) द्वारा देश को धोखा देने के फैसले के बीच में कोई भी तार्किक वजह नहीं दिखती है।