Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

लंदन में सड़क दुर्घटना की शिकार हुईं भारतीय छात्रा, साइकिल से घर जा रही थीं चेइस्ता कोचर; ट्रक ने मारी टक्कर

लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पीएचडी कर रही चेइस्ता कोचर की सड़क दुर्घटना में लंदन में मौत हो गई। उत्तर प्रदेश के बरेली में जन्मी चेइस्ता पीएचडी करने के लिए सितंबर में लंदन चली गईं। अपनी पढ़ाई से पहले उन्होंने नीति आयोग और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन में काम किया था। चेइस्ता अपनी बुद्धिमत्ता और कड़ी मेहनत के लिए जानी जाती थीं।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 25 Mar 2024 12:17 PM (IST)
Hero Image
लंदन में रहने वाली 33 वर्षीय भारतीय छात्रा की सड़क दुर्घटना में मौत।(फोटो सोर्स: अमिताभ कांत एक्स हैंडल)

डिजिटल डेस्क, लंदन।  लंदन में 33 वर्षीय भारतीय चेइस्ता कोचर का सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पीएचडी कर रही चेइस्ता जब साइकिल से अपने घर जा रही थी तभी एक लॉरी (ट्रक) ने उनकी साइकिल को टक्कर मार दी। चेइस्ता के पति उनसे कुछ मीटर आगे चल रहे थे। उनके पति प्रशांत, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। 

अमिताभ कांत ने जताया दुख

नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने उनकी निधन की जानकारी साझा की। अमिताभ कांत ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि चेइस्ता कोचर ने उनके साथ नीति आयोग में LIFE कार्यक्रम में काम किया था।  उन्होंने पोस्ट में लिखा,"चेइस्ता कोचर ने @NITIAayog में #LIFE कार्यक्रम में मेरे साथ काम किया। वह #Nudge इकाई में थीं और #LSE में व्यवहार विज्ञान में पीएचडी करने गई थीं, लंदन में साइकिल चलाते समय एक भयानक यातायात घटना में उनका निधन हो गया। वह वह उज्ज्वल, मेधावी और बहादुर था और हमेशा जीवन से भरपूर था। वो दुनिया को बहुत अलविदा कह गईं।"

ट्रक ड्राइवर ने जांच में किया सहयोग

दुर्घटना के बाद उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पिछले एक साल पहले ही चेइस्ता की शादी हुई थी।  लॉरी के ड्राइवर ने जांच में सहयोग किया। बता दें कि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

नीति आयोग के लिए भी चेइस्ता ने किया था काम

उत्तर प्रदेश के बरेली में जन्मी चेइस्ता पीएचडी करने के लिए सितंबर में लंदन चली गईं।  अपनी पढ़ाई से पहले, उन्होंने नीति आयोग और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन में काम किया था। चेइस्ता अपनी बुद्धिमत्ता और कड़ी मेहनत के लिए जानी जाती थीं।

चेइस्त ने दिल्ली विश्वविद्यालय और बाद में शिकागो, अशोक और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालयों में अर्थशास्त्र का अध्ययन किया।

पार्थिक शरीर  को भारत लाने पर विचार कर रहा परिवार

उनके पिता लंदन में है। उन्होंने अपनी बेटी की निधन की जानकारी देते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा,मेरी बेटी न केवल बुद्धिमान और मेहनती थी, बल्कि दयालु भी थी। उनके पिता ने कहा कि हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि हम उसके अवशेषों को भारत वापस ले जाएं या नहीं।  

19 मार्च को एलएसई (जहां से वह पीएचडी कर रही थीं) से साइकिल चलाते समय एक ट्रक ने उसे कुचल दिया था। इस घटना ने हमें और परिवार को पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया है।

यह भी पढ़ें: Ujjain: महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान लगी आग, पुजारी समेत 13 लोग झुलसे; CM मोहन यादव ने लिया घटना का संज्ञान