Climate: ग्रेटा थनबर्ग को लंदन पुलिस ने हिरासत में लिया, तेल और गैस कंपनियों के खिलाफ प्रदर्शन में हुई थीं शामिल
जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग को मंगलवार (17 अक्टूबर) को लंदन में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ग्रेटा जब सेंट्रल लंदन में तेल और गैस कंपनियों के खिलाफ एक प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर रही थीं तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। ग्रेटा स्वीडिश संसद के सामने साप्ताहिक विरोध-प्रदर्शन करने के बाद दुनिया भर में युवा जलवायु कार्यकर्ता के रूप में पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गई थीं।
रायटर्स, लंदन। जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग को मंगलवार (17 अक्टूबर) को लंदन में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ग्रेटा जब सेंट्रल लंदन में तेल और गैस कंपनियों के खिलाफ एक प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर रही थीं, तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया।
ग्रेटा थनबर्ग साल 2018 में स्वीडिश संसद के सामने साप्ताहिक विरोध-प्रदर्शन करने के बाद दुनिया भर में युवा जलवायु कार्यकर्ता के रूप में पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो गईं। वहीं, ग्रेटा को इस साल स्वीडन, नॉर्वे और जर्मनी में भी पुलिस ने हिरासत में लिया और विरोध-प्रदर्शनों से उन्हें दूर कर दिया।
गिरफ्तारी पर लंदन पुलिस ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी
वीडियो फुटेज में थनबर्ग 'ऑयली मनी आउट' नारे वाला बैज पहने हुए दिख रही हैं। जब पुलिस के दो अधिकारी ग्रेटा से बात कर रहे थे तो वह शांति से खड़ी थीं। एक अधिकारी ने ग्रेटा की बांह पकड़ते हुए उन्हें वहां से ले गया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, 'जब हमने लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस से संपर्क किया तो उन्होंने तुरंत कोई बयान नहीं दिया।
तेल और गैस नेताओं की एक मीटिंग का किया विरोध
इस बीच, पर्यावरण समूह ग्रीनपीस ने कहा कि उसके दो कार्यकर्ताओं ने मेफेयर में इंटरकांटिनेंटल होटल के सामने धरना दिया और होटल के अंदर हो रही तेल और गैस नेताओं की एक मीटिंग के विरोध में इसके प्रवेश द्वार पर 'मेक बिग ऑयल पे' लिखा हुआ एक विशाल बैनर फहराया।
ग्रीनपीस ने कहा है कि ब्रिटेन पर जीवाश्म ईंधन उद्योग के प्रभाव के विरोध में सैकड़ों प्रदर्शनकारी कार्यक्रम स्थल के सामने एकत्र हुए थे।