UK: बोरिस जॉनसन के इस्तीफे से मुश्किल में पीएम सुनक की पार्टी, उपचुनाव में हार का मंडरा रहा खतरा
ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन के इस्तीफे से प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी मुश्किल में पड़ गई है। जिस सीट से जॉनसन सांसद थे वहां अब उपचुनाव होगा। ऐसा माना जा रहा है कि इस उपचुनाव में सुनक की पार्टी को हार मिल सकती है। (फोटो- जागरण ग्राफिक्स)
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 11 Jun 2023 10:32 AM (IST)
लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने पार्टीगेट मामले में सांसद पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा संसदीय समिति के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी। जॉनसन के इस्तीफे से पीएम ऋषि सुनक (Rishi Sunak) की कंजरवेटिव पार्टी (Conservative Party) को आगामी उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता है।
सुनक की पार्टी को मिल सकती है हार
संसदीय समिति बोरिस जॉनसन पर कोरोना महामारी के दौरान 10 डाउनिंग स्ट्रीट में पार्टी करने और हाउस ऑफ कॉमन्स यानी संसद को गुमराह करने के आरोपों की जांच कर रहा है। बोरिस जॉनसन जिस अक्सब्रिज संसदीय क्षेत्र से सांसद थे, वहां अब उपचुनाव होगा। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इस चुनाव में ऋषि सुनक की पार्टी को हार मिल सकती है।
जॉनसन ने कहा- कंगारू कोर्ट चला रहे जांच में शामिल सांसद
जॉनसन ने आरोप लगाते हुए कहा कि जांच समिति में शामिल सांसद कंगारू कोर्ट चला रहे हैं। वे उनका राजनीतिक करियर खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा,कुछ लोग मुझे साजिश के तहत फंसा रहे है। वे अभी तक मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं दे पाए हैं। मैं जांच समिति का पत्र मिलने के बाद से स्तब्ध हूं। शुरुआत से ही तथ्य ढूंढ़ने की जगह मुझे दोषी साबित करने का प्रयास किया जा रहा था।
पार्टीगेट विवाद क्या है?
दरअसल, बोरिस जॉनसन के 56वें जन्मदिन पर उनकी पत्नी ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट में एक पार्टी का आयोजन किया था। इस पार्टी में वर्तमान प्रधानमंत्री सुनक समेत कंजरवेटिव पार्टी के कई नेता मौजूद थे। उस समय कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लगा हुआ था। इसलिए पुलिस ने नियमों का उल्लंघन पर उनके खिलाफ जुर्माना लगाया था।
जब यह मामला संसद में उठा तो जॉनसन ने सभी आरोपों से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि जो पार्टी हुई है, वो कानूनन सही है। काम को लेकर मीटिंग रखी गई थी। जॉनसन पर चार बार संसद को गुमराह करने के आरोप लगे, जिसके बाद उन्होंने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया। अब संसद की प्रिवलेज कमेटी मामले की जांच कर रही है।