ब्रिटेन में 10 वर्ष तक मकान किराये पर नहीं दे सकेगा भारतवंशी, काउंसिल ने लगाया देश का सबसे लंबा प्रतिबंध
ब्रिटेन में भारतवंशी (Indian Origin) मकान मालिक 55 वर्षीय निलेंदु दास 10 वर्ष तक अपना मकान किराये पर नहीं दे सकेंगे। बार-बार सुरक्षा जरूरतों का उल्लंघन करने और आवास मानदंड संबंधी गंभीर अपराध करने के बाद उत्तरी इंग्लैंड की स्थानीय काउंसिल ने उनपर यह प्रतिबंध लगा दिया है। देश में यह इस तरह का सबसे लंबा प्रतिबंध लगाया गया है।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sat, 07 Oct 2023 11:46 PM (IST)
पीटीआई, लंदन। ब्रिटेन में भारतवंशी मकान मालिक 55 वर्षीय निलेंदु दास 10 वर्ष तक अपना मकान किराये पर नहीं दे सकेंगे। बार-बार सुरक्षा जरूरतों का उल्लंघन करने और आवास मानदंड संबंधी गंभीर अपराध करने के बाद उत्तरी इंग्लैंड की स्थानीय 'काउंसिल' ने उनपर यह प्रतिबंध लगा दिया है। देश में यह इस तरह का सबसे लंबा प्रतिबंध लगाया गया है।
शर्त न मानने पर क्या होगा?
निलेंदु को शेफील्ड में खतरनाक आवासीय इकाइयों को बार-बार किराये पर देने के बाद देश के जालसाज मकान मालिकों के 'डाटाबेस' में शामिल किया गया है। उल्लंघन का प्रयास करने पर निलेंदु को हिरासत में लिया जा सकता है या 30,000 पाउंड तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
अगस्त में जारी हुआ था प्रतिबंध का आदेश
शेफील्ड सिटी काउंसिल ने इस सप्ताह बताया कि मैनचेस्टर में फर्स्ट टियर ट्रिब्यूनल के फैसले के बाद अगस्त में प्रतिबंध आदेश जारी गया। यह देश में सबसे लंबे समय तक प्रतिबंध वाला पहला आदेश है।शेफील्ड सिटी काउंसिल की हाउसिंग कमेटी के अध्यक्ष काउंसलर डगलस जानसन ने कहा, 'निलेंदु दास की इकाइयों के खिलाफ जो प्रतिबंध लगाए गए हैं, वह उनके कृत्यों की गंभीरता, अग्नि सुरक्षा और अपने किरायेदारों की सुरक्षा के प्रति उनकी घोर लापरवाही को दर्शाता है। हम जालसाज मकान मालिकों के डाटाबेस में उनका नाम देखकर बहुत खुश हैं।'
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