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Heatwaves In Europe: पहली बार गर्मी से तप रहा पश्चिमी यूरोप, विश्व मौसम विभाग ने भविष्य के लिए दी ये चेतावनी

पश्चिमी यूरोप इन दिनों भीषण गर्मी का सामना कर रहा है। लगातार चल रही गर्म हवाओं (हीट वेव) के चलने के कारण ब्रिटेन उच्चतम तापमान 40 डिग्री से सेल्सियस दर्ज किया गया है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने भविष्य के लिए इसे खतरा बताया है।

By Babli KumariEdited By: Updated: Wed, 20 Jul 2022 10:45 AM (IST)
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ब्रिटेन के बोर्नमाउथ बीच पर लोगों ने गर्म मौसम का लिया आनंद (फोटो क्रेडिट: रॉयटर्स)
जिनेवा, एजेंसी। विश्व मौसम विज्ञान विभाग (डब्ल्यूएमओ) के अनुसार, पश्चिमी यूरोप में अत्यधिक गर्मी, फ्रांस और स्पेन में विनाशकारी जंगल की आग और इटली और पुर्तगाल में अभूतपूर्व सूखे का कारण बन रही है।फ्रांस, पुर्तगाल, स्पेन और ग्रीस में जंगल की आग के कारण हज़ारों लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की तरफ जाना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र के डब्ल्यूएमओ (WMO) के अनुसार, लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर, ब्रिटेन ने मंगलवार को अब तक का उच्चतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया है। अगले सप्ताह के मध्य तक तापमान सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है। डब्ल्यूएमओ ने चेतावनी दी है कि 2060 के दशक तक हीटवेव और अधिक हो जाएगी। 

संयुक्त राष्ट्र की मौसम एजेंसी ने कहा कि मौसम का यह पैटर्न ग्लोबल वार्मिंग से जुड़ा हुआ है जिसे मानव गतिविधि के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो भविष्य के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

मौसम विभाग का कहना है कि गर्म हवाएं उत्तर की तरफ़ बढ़ रही हैं। बेल्जियम और जर्मनी में आने वाले दिनों में तापमान 40 डिग्री तक जा सकता है।

संयुक्त राष्ट्र समाचार की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोप में 2003 में भी भीषण गर्मी पड़ी थी जिसमें लगभग 70,000 लोग मारे गए।

गूगल क्लाउड और ओरेकल सर्वर पर भी हीटवेव का दिखा असर

ब्रिटेन में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के कारण गूगल क्लाउड और ओरेकल सर्वर पर भी कूलिंग से संबंधित रुकावटें आ गई हैं, जिससे ग्राहकों में निराशा देखी गयी, क्योंकि उन्हें कभी भी इस तरह के कटौती का अनुभव नहीं किया है। गूगल क्लाउड ने एक बयान में कहा कि यूके स्थित डेटा केंद्रों के एक इमारत में कूलिंग से संबंधित विफलता थी, जिसे अब हल कर लिया गया है।

कृषि गतिविधियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

डब्लूएमओ के महासचिव पेटेरी तालास ने एक संवाददाता सम्मेलन में चेतावनी देते हुए कहा- हम कृषि पर बड़े प्रभाव देखने की उम्मीद कर सकते हैं। यूरोप में पिछली हीटवेव के दौरान, फसल के बड़े हिस्से नष्ट हो गए थे। और मौजूदा स्थिति के तहत - हम पहले से ही यूक्रेन में युद्ध के कारण वैश्विक खाद्य संकट से जूझ रहे हैं। इस हीटवेव का कृषि गतिविधियों पर और नकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है।