Israel Hamas War: नौ देशों ने फलस्तीन में काम करने वाली UN की एजेंसी की रोकी फंडिंग, 12 कर्मचारियों पर गंभीर आरोप
हमास हमले में फलस्तीन में कार्यरत संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) से जुड़े 12 कर्मचारियों के शामिल होने की बात सामने आने के बाद नौ देशों ने एजेंसी की फंडिंग रोक दी है। फंडिंग रोकने वालों में अमेरिका ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के साथ ही ब्रिटेन जर्मनी इटली नीदरलैंड स्विटजरलैंड और फिनलैंड शामिल हैं। यूएन ने सभी देशों से एजेंसी को फंडिंग जारी रखने की अपील की है।
लंदन, रॉयटर। इजरायल पर सात अक्टूबर को हमास हमले में फलस्तीन में कार्यरत संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) से जुड़े 12 कर्मचारियों के शामिल होने की बात सामने आने के बाद नौ देशों ने एजेंसी की फंडिंग रोक दी है। यह आरोप इजरायल की ओर से लगाया गया है।
इन देशों ने रोकी फंडिंग
फंडिंग रोकने वालों में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के साथ ही ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, स्विटजरलैंड और फिनलैंड शामिल हैं। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सभी देशों से एजेंसी को फंडिंग जारी रखने की अपील की है।
गाजा की दो तिहाई आबादी की मदद करती है यूएनआरडब्ल्यूए
यूएनआरडब्ल्यूए की स्थापना 1948 के युद्ध के शरणार्थियों की मदद के लिए की गई थी। यह गाजा, वेस्ट बैंक, जॉर्डन, सीरिया और लेबनान में फलस्तीनियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सहायता प्रदान करती है। यह गाजा की दो तिहाई आबादी की मदद करती है और इजरायल से युद्ध के दौरान इसने वहां अहम भूमिका निभाई है।
यूएनआरडब्ल्यूए के कमिश्नर-जनरल फिलिप लेजारिनी ने कहा कि गाजा में फलस्तीनियों को इस सामूहिक सजा की आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने कहा कि कई कर्मचारियों की जांच शुरू कर दी गई है और उन लोगों से संबंध तोड़ दिए गए हैं।