Microsoft: 'चीन के हैकरों ने सरकारी ईमेल अकाउंट में लगाई सेंध', माइक्रोसॉफ्ट का दावा
चीन के एक हैकिंग समूह ने पश्चिमी यूरोप में सरकारी एजेंसियों के ईमेल अकाउंट में सेंधमारी की है। माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन ने यह जानकारी दी। मंगलवार को प्रकाशित एक ब्लॉग पोस्ट में माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि स्टॉर्म-0558 नाम से पहचाना गया यह समूह जासूसी और डेटा चोरी जैसे कृत्यों की फिराक में रहता है। करीब 25 संगठनों को प्रभावित किया है।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Wed, 12 Jul 2023 06:33 PM (IST)
लंदन, एजेंसी। चीन के एक हैकिंग समूह ने पश्चिमी यूरोप में सरकारी एजेंसियों के ईमेल अकाउंट में सेंधमारी की है। माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन ने यह जानकारी दी।
करीब 25 संगठनों को किया प्रभावित
मंगलवार को प्रकाशित एक ब्लॉग पोस्ट में माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि स्टॉर्म-0558 नाम से पहचाना गया यह समूह जासूसी और डेटा चोरी जैसे कृत्यों की फिराक में रहता है। समूह ने ईमेल अकाउंट में सेंध लगा कर सरकारी एजेंसियों और इन संगठनों से जुड़े लोगों के अकाउंट सहित करीब 25 संगठनों को प्रभावित किया है। साथ ही ग्राहकों द्वारा माइक्रोसॉफ्ट को असमान्य ईमेल गतिविधियों की शिकायत किए जाने तक करीब एक महीने यह गतिविधि बेरोकटोक जारी रही।
क्या बोले माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी उप प्रमुख चार्ली बेल
सुरक्षा मामलों पर माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी उप प्रमुख चार्ली बेल ने कहा कि हमने यह पाया कि यह समूह खुफिया सूचना जुटाने के लिए ईमेल में सेंध लगाता है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह इस तरह के हमलों से बचने के लिए गृह सुरक्षा विभाग और साइबर सुरक्षा तथा इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी के साथ काम कर रहा है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह स्टॉर्म-0558 की गतिविधियों की निगरानी जारी रखेगी।
चीन ने साधी मामले में चुप्पी
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एडम हॉज ने बुधवार को एक बयान में कहा कि घुसपैठ हुई है। माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सुरक्षा के सिस्टमों को प्रभावित किया है। अधिकारियों ने इसे खोजने के लिए तुरंत माइक्रोसॉफ्ट से भी संपर्क किया है। हालांकि, लंदन में चीन के दूतावास ने तुरंत इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।चीनी हैकरों को लेकर पहले भी आगाह कर चुका है माइक्रोसॉफ्ट
बता दें कि इस साल की शुरूआत में माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था कि सरकार समर्थित चीनी हैकर अमेरिका के महत्पूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे हैं और वे अमेरिका व एशिया के बीच भविष्य में संकट की स्थिति के दौरान संचार में संभावित व्यवधान डालने की तैयारी कर रहे हैं।