Move to Jagran APP

Eris in UK: ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वेरिएंट 'एरिस', स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जताई चेतावनी

Eris in UK ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना कहर अपना पैर पसार रहा है। कोरोना का यह नया (New Corona Variant) स्वरूप ईजी.5.1 के नाम से जाना जा रहा है। इस ईजी.5.1 एरिस उपनाम दिया गया है और यह सात नए कोविड मामलों में से एक है। इंग्लैंड में स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार यह वैरिएंट ओमिक्रॉन से आया है।

By Babli KumariEdited By: Babli KumariUpdated: Mon, 07 Aug 2023 08:23 AM (IST)
Hero Image
ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वेरिएंट 'एरिस' (प्रतिकात्मक फोटो)
 लंदन, जागरण डेस्क। ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना कहर अपना पैर पसार रहा है। कोरोना का यह नया (New Corona Variant) स्वरूप ईजी.5.1 के नाम से जाना जा रहा है। इस ईजी.5.1 एरिस उपनाम दिया गया है और यह सात नए कोविड मामलों में से एक है। इंग्लैंड में स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, यह वैरिएंट ओमिक्रॉन से आया है।

यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम में कोविड ​​-19 का एक नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है, जिससे देश में स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, वेरिएंट ईजी.5.1 जिसका उपनाम एरिस रखा गया है अब यूके में तेजी से फैल रहे ओमिक्रॉन से आया है, और इसको पहली बार पिछले महीने यूके में पहली बार देखा गया था।

जुलाई के महीने में एरिस का चला पता 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर एशिया में बढ़ते मामलों के कारण देश में इसकी व्यापकता दर्ज होने के बाद 31 जुलाई को इसे कोविड के एक स्वरूप के रूप में वर्गीकृत किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दो हफ्ते पहले ही ईजी.5.1 स्वरूप पर उस वक्त नजर रखना शुरू कर दिया था जब डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ने कहा था कि लोग टीकों और पूर्व संक्रमण से बेहतर सुरक्षित हैं, लेकिन देशों को अपनी सतर्कता में कमी नहीं आने देनी चाहिए।

यूकेएचएसए के अनुसार, एरिस वैरिएंट अब सात नए सीओवीआईडी ​​मामलों में से एक है।

लगातार बढ़ रहे है कोरोना के मामले 

3 अगस्त को यूकेएचएसए की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, देश भर में COVID-19 मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम के माध्यम से रिपोर्ट दर्ज किए गए। रिपोर्ट में 4,396 नमूनों में से 3.7 फीसदी को कोविड-19 के रूप में दर्ज किया गया था।