Britain: बचपन में नस्लवाद का हुए थे शिकार, ब्रिटेन का PM बन सबको किया हैरान; सुनक क्यों लेते थे ड्रामा क्लासेस?
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने भी बचपन में नस्लवाद का अनुभव किया था। सुनक ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि आप अलग होने के प्रति सचेत होते हैं । ऐसा न होना कठिन है। सुनक ने अपने छोटे भाई-बहनों के लिए अपशब्द सुनने के दर्द को भी याद किया। उन्होंने कहा कि नस्लवाद दुखता है और उस तरह से पीड़ा पहुंचाता है जो अन्य चीजें नहीं पहुंचातीं।
पीटीआई, लंदन। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि जब वह बच्चे थे तो उन्होंने नस्लवाद का अनुभव किया था। समाज में फिट बैठने के लिए सही लहजे (एसेंट) में बोल सकें इसके लिए उनके माता-पिता सुनक को अतिरिक्त ड्रामा क्लास के लिए भेजा करते थे।
सुनक ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि आप अलग होने के प्रति सचेत होते हैं। ऐसा न होना कठिन है। सुनक ने अपने छोटे भाई-बहनों के लिए अपशब्द सुनने के दर्द को भी याद किया। उन्होंने कहा कि नस्लवाद दुखता है और उस तरह से पीड़ा पहुंचाता है, जो अन्य चीजें नहीं पहुंचातीं। जो उन्होंने अनुभव किया वह अब उनके बच्चों के साथ नहीं होगा।
जब सुनक की लगी थी ड्रामा क्लास
सुनक ने कहा कि उनकी मां इस बात को लेकर विशेष रूप से सचेत थीं कि उनके बच्चे कैसे बोलते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी मां जिन चीजों को लेकर बहुत जुनूनी थीं उनमें से एक यह थी कि हम सही उच्चारण के साथ बात नहीं करते और हम सही से बात करें। वह चाहती थीं कि हम इसके लिए कुछ अतिरिक्त ड्रामा क्लास करें। मुझे लगता है कि नस्लवाद का कोई भी रूप पूरी तरह से अस्वीकार्य है।सुनक ने स्वीकार किया कि कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन कोई जातीय अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री होगा, क्योंकि आपके पास उस तरह के रोल मॉडल नहीं थे। यह अभी तक नहीं हुआ था।यह भी पढ़ें: Oleg Kononenko: रूसी अंतरिक्ष यात्री ने बना डाला स्पेस में सबसे ज्यादा दिन तक रहने का रिकॉर्ड, अब भी करीब 4 महीने...