'एक फोन कॉल और कुछ घंटों के लिए रुक गया रूस-यूक्रेन युद्ध', राजनाथ बोले- पीएम मोदी ने ली थी हजारों छात्रों के रेस्क्यू की जिम्मेदारी
राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी की लीडरशिप की सरहाना करते हुए कहा कि पीएम मोदी की वजह से कुछ घंटों के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध थम गई थी। युद्ध की वजह से कीव और यूक्रेन में अन्य जगहों पर पढ़ रहे हमारे बच्चों के माता-पिता उनके ठिकाने और व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में चिंतित थे। हमारे प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से हमारे छात्रों की सुरक्षित भारत वापस लाने की जिम्मेदारी ली।
एएनआई, लंदन। Russia-Ukraine War। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए एक बड़ा खुलासा किया है। रक्षा मंत्री ने कहा है कि पीएम मोदी की वजह चार-पांच घंटों के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध पर विराम लग गया था।
राजनाथ सिंह ने कहा कि देशवासियों को यूक्रेन में युद्ध प्रभावित इलाकों से सुरक्षित रेस्क्यू कराने के लिए पीएम मोदी ने दोनों देशों के प्रमुख नेताओं से बातचीत की, जिसके बाद कुछ देर के लिए युद्ध को रोका गया। राजनाथ सिंह इस समय ब्रिटेन के दौरे पर हैं।
पीएम मोदी की वजह से कुछ देर के लिए थम गया युद्ध: राजनाथ सिंह
बुधवार को लंदन में एक नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को भारत लाने के लिए पीएम मोदी ने दोनों देशों से एक सुरक्षित कॉरिडोर प्रदान करने के लिए बातचीत की। दोनों देशों ने पीएम मोदी की बात न टालते हुए चार-पांच घंटों के लिए युद्ध रोक दिया।
उन्होंने आगे कहा,"जब रूस और यूक्रेन के बीच एक सैन्य संघर्ष छिड़ गया, तो कीव और यूक्रेन में अन्य जगहों पर पढ़ रहे हमारे बच्चों के माता-पिता उनके ठिकाने और व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में चिंतित थे। हमारे प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से हमारे छात्रों की सुरक्षित भारत वापस लाने की जिम्मेदारी ली।"
यूक्रेन से 22,000 से अधिक छात्रों को सुरक्षित निकाला गया: रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह ने आगे कहा,"उन्होंने (पीएम मोदी) रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से भी बात की। उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन से भी बात की। उनके प्रयासों के कारण लड़ाई को 4-5 घंटे के लिए रोक दिया गया, जिससे यूक्रेन से 22,000 से अधिक छात्रों को सुरक्षित निकाला जा सका।"यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए देश ने 'ऑपरेशन गंगा' चलाया था। इस ऑपरेशन के तहत यूक्रेन के लिए देश से हवाई जहाजों ने 80 बार यूक्रेन के लिए उड़ानें भरी थीं।