लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के चुनाव में हेट कैंपेन के शिकार हुए सत्यम, कहा- अपने देश की वकालत करता रहूंगा
गत वर्ष भारतीय उच्चायोग के बाहर खालिस्तान समर्थकों के प्रदर्शन के दौरान नीचे पड़े तिरंगे को अपमान से बचाने के लिए बिना भय के प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंच जाने के बाद सत्यम सुर्खियों में आए थे। उन्होंने कहा कि उन्हें इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि उन्होंने अपने पोस्ट में खालिस्तानी को आतंकी बताया था। भारत मेरा देश है। मैं हमेशा अपने देश की वकालत करता रहूंगा।
एएनआइ, लंदन। लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स में छात्र संघ के चुनाव के दौरान चलाए गए हेट कैंपन को लेकर भारतीय छात्र सत्यम सुराणा ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है। सत्यम ने कहा कि जिन लोगों ने उन्हें निशाना बनाया, वे उस समूह का हिस्सा हैं जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सफलता को पचा नहीं पा रहे।
गत वर्ष भारतीय उच्चायोग के बाहर खालिस्तान समर्थकों के प्रदर्शन के दौरान नीचे पड़े तिरंगे को अपमान से बचाने के लिए बिना भय के प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंच जाने के बाद सत्यम सुर्खियों में आए थे। उन्होंने कहा कि उन्हें इसलिए निशाना बनाया गया, क्योंकि उन्होंने अपने पोस्ट में खालिस्तानी को आतंकी बताया था।
'मैं हमेशा अपने देश की वकालत करता रहूंगा'
भारत मेरा देश है। मैं हमेशा अपने देश की वकालत करता रहूंगा। सत्यम ने छात्र संघ चुनाव के संबंध में बताया कि महासचिव पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। 15 मार्च को मेरा पोस्टर फाड़ दिया गया। इसे लेकर अधिकारियों को सूचित किया गया। हमने नए पोस्टर लगाए तो पोस्टर पर लगी मेरी तस्वीर पर क्रास के निशान बना दिए गए।'मुझे भाजपा समर्थक और फासीवादी बताया गया'
अगले दिन कई मैसेज ग्रुप में मेरे खिलाफ संदेश भेजे गए। मुझे भाजपा समर्थक और फासीवादी बताया गया। यह पूछने पर कि यह अभियान भारतीय ने शुरू किया या किसी विदेशी ने तो सत्यम ने कहा कि पहला संदेश एक भारतीय का मिला था। इस अभियान में शामिल अधिकांश लोग भारतीय ही थे।
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