G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए सुनक रवाना, पीएम मोदी के साथ हो सकती है मुलाकात; रूस पर साधा निशाना
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार को G-20 वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया के लिए रवाना हो गए। उन्होंने इस दौरान रूस-यूक्रेन संघर्ष पर G20 में राष्ट्रपति पुतिन को बुलाने का संकल्प लिया। इस सम्मेलन में वह पीएम मोदी से मुलाकात कर सकते हैं।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 13 Nov 2022 07:36 PM (IST)
लंदन, पीटीआइ। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक रविवार को G-20 वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया के लिए रवाना हो गए। उन्होंने इस दौरान रूस-यूक्रेन संघर्ष पर G20 में राष्ट्रपति पुतिन को बुलाने का संकल्प लिया। भारतीय मूल के पीएम सुनक ने पिछले माह ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की शपथ ली थी। पीएम के रूप में कार्यभार संभालने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी पहली बैठक करने की उम्मीद है।
पुतिन ने युद्ध से दुनिया में मचाई तबाही
इंडोनेशिया के बाली में आयोजित होने वाली G-20 शिखर सम्मेलन में विश्व भर के नेता शामिल होंगे। मालूम हो कि G-20 दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। भारत एक दिसंबर को मौजूदा अध्यक्ष इंडोनेशिया से इस शक्तिशाली समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। पीएम सुनक ने बाली की अपनी यात्रा शुरू करने से पहले एक बयान में कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध के कारण पूरी दुनिया भर में तबाही मचा दी है। युद्ध के कारण लोग अपनी जान गवां रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पूरी तरह से उथल-पुथल हो गई है।
एक साथ मिलकर काम करने पर जोर
उन्होंने कहा, 'जी- 20 शिखर सम्मेलन हमेशा की तरह व्यवसायिक नहीं होगा। हम इस दौरान पुतिन के शासन की निंदा करने के साथ- साथ जी-20 जैसे संप्रभुता मंचों के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सम्मान के प्रति उनकी अवमानना करेंगे। राष्ट्रपति पुतिन के युद्ध के उलट हम और हमारे सहयोगी हमारे सामने आने वाली आर्थिक चुनौतियों को हल करने और लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगे। मालूम हो कि सुनक जी-20 के पहले पूर्ण सत्र के दौरान रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergei Lavrov) से मिलेंगे।पुतिन नहीं होंगे शामिल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, Downing Street ने इस शिखर सम्मेलन की तैयारी रूसी राष्ट्रपति के जी-20 में शामिल होने की उम्मीद के साथ की थी। हालांकि मास्को ने पिछले सप्ताह बताया कि राष्ट्रपति पुतिन इस सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। उनके जगह इस सम्मेलन में क्रेमलिन ने विदेश मंत्री लावरोव को भेजने का फैसला किया था।यह भी पढ़ें- पीएम मोदी सोमवार को G-20 Summit में होंगे शामिल, कई नेताओं के साथ करेंगे वार्ता