ब्रिटेन के 57वें प्रधानमंत्री बने सुनक ने कहा कुछ गलतियां की गई थीं किसी बदनीयत या बुरे इरादे से नहीं लेकिन फिर भी गलतियां तो हुईं और मुझे अपनी पार्टी का नेता और आपके प्रधानमंत्री के तौर पर इन गलतियों को सुधारने के लिए चुना गया है।
By AgencyEdited By: Arun kumar SinghUpdated: Tue, 25 Oct 2022 10:42 PM (IST)
लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने मंत्रिमंडल के गठन पर काम शुरू कर दिया है। मंगलवार को उन्होंने प्रमुख कैबिनेट मंत्रियों के नाम तय किए। उन्होंने आर्थिक स्थिरता के लिए जेरेमी हंट को वित्त मंत्री के पद पर बनाए रखने का फैसला किया है। सुनक के प्रति वफादार नहीं रहने के बावजूद जेम्स क्लेवरली विदेश मंत्री के पद पर बने रहेंगे। विदेश नीति में निरंतरता बनाए रखने के लिए पीएम ने विदेश मंत्रालय में नया मंत्री नहीं लाने का फैसला किया है।
जेरेमी हंट को रखा बरकरार
जेरेमी हंट को इस महीने की शुरुआत में लिज ट्रस ने वित्त मंत्रालय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी थी। इससे पहले बोरिस जानसन सरकार में खुद सुनक यह मंत्रालय देख रहे थे। जेरेमी हंट ने टैक्स कटौती वाले मिनी बजट को पलट दिया था। इससे लिज ट्रस की काफी किरकिरी हुई थी। हंट काफी समय से सुनक के सहयोगी रहे हैं और ज्यादातर लोग यह मानकर चल रहे थे कि वे वित्त मंत्रालय में बने रहेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, यह एक मुश्किल काम होने जा रहा है। लेकिन, हम लोगों की नौकरियों, गिरवी रखी वस्तुओं और बिल जमा करने वालों की मदद करेंगे। फिलहाल ये चीजें हमारी प्राथमिकता में ऊपर हैं। हम आत्मविश्वास, स्थिरता और दीर्घावधि विकास के लिए काम करेंगे।
डोमिनिक राब की नई सरकार में वापसी
सुनक के एक अन्य सहयोगी डोमिनिक राब की नई सरकार में वापसी हो रही है। जानसन सरकार में वे उपप्रधानमंत्री और न्याय मंत्री के पद पर थे। सुनक सरकार में भी उनके पास यही दोनों पद होंगे। पार्टी नेतृत्व के संघर्ष में राब ने बढ़-चढ़कर सुनक का साथ दिया था। सुनक के प्रधानमंत्री बनने के बाद लिज ट्रस और बोरिस जानसन सरकार में शामिल रहे कई मंत्रियों ने त्यागपत्र दे दिया है। भारतीय मूल के सांसद आलोक शर्मा भी नई सरकार में नहीं होंगे। जैकब रीस-माग ने व्यापार मंत्री, ब्रैंडन लेविस ने कानून मंत्री, किट माल्टहाउस ने शिक्षा मंत्री और श्रीलंकाई मूल के रानिल जयवर्धना ने पर्यावरण मंत्री के पद से त्यागपत्र दे दिया है। बेन वालेस को फिर से रक्षा राज्य मंत्री नियुक्त किया गया है। सांसद नादिम जहावी को बिना विभाग का मंत्री नियुक्त किया गया है। सुएला ब्रेवरमैन को गृह मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है।
प्रतिभा पर भरोसा करेंगे सुनक
सुनक के करीबी सहयोगियों का कहना है कि वे अपने मंत्रिमंडल में कंजरवेटिव पार्टी के अलग-अलग क्षेत्रों से आने वाले प्रतिभाशाली नेताओं को स्थान देंगे। पार्टी में एकजुटता स्थापित करने पर उनका विशेष जोर रहेगा। इसके विपरीत लिज ट्रस ने अपना समर्थन करने वाले नेताओं पर ज्यादा भरोसा किया था।
गहरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है ब्रिटेन
इंवेस्टमेंट बैंकर से राजनेता बने 42 वर्षीय सुनक पिछले 210 वर्षों में ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधामंत्री हैं। साथ ही वह ब्रिटेन के पहले अश्वेत और पहले हिंदू प्रधानमंत्री हैं। उन्हें ब्रिटेन का 'बराक ओबामा' भी कहा जा रहा है, जो अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति थे।पदभार संभालने के बाद प्रधानमंत्री के सरकारी आवास 10-डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर अपने पहले संबोधन में सुनक ने कहा कि उन्होंने ऐसे समय यह पद संभाला है, जब ब्रिटेन गहरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है क्योंकि यह कोविड के बाद की स्थिति और रूस-यूक्रेन युद्ध से उत्पन्न हालात की वजह से है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें इस पद को स्वीकार करते हुए कोई भय नहीं है और उम्मीद जताई कि वह लोगों की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे।
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संबोधन के दौरान मौजूद नहीं थे पत्नी और बेटियां
पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने इससे पहले 10-डाउनिंग स्ट्रीट पर अंतिम बार कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की और उसके बाद बर्किंघम पैलेस जाकर औपचारिक तौर पर किंग को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उसके बाद सुनक वहां पहुंचे और किंग ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री के तौर पर 10-डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर अपने पहले संबोधन के बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ एक बैठक की और कैबिनेट को अंतिम रूप देने पर चर्चा की। प्रधानमंत्री के तौर पर संबोधन के दौरान उनके साथ उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति और उनकी दोनों बेटियां कृष्णा व अनुष्का उपस्थित नहीं थीं।
गलतियों को सुधारने के लिए चुना गया
ब्रिटेन के 57वें प्रधानमंत्री बने सुनक ने अपनी पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री लिज ट्रस की ओर संकेत करते हुए कहा, 'कुछ गलतियां की गई थीं, किसी बदनीयत या बुरे इरादे से नहीं, लेकिन फिर भी गलतियां तो हुईं और मुझे अपनी पार्टी का नेता और आपके प्रधानमंत्री के तौर पर इन गलतियों को सुधारने के लिए चुना गया है। मैं सिर्फ बातों से नहीं, बल्कि अपने काम से देश को एकजुट करूंगा। मैं आपके लिए दिन-रात काम करूंगा।' इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद सुनक पिछले दो महीनों में ब्रिटेन के दूसरे और इस साल तीसरे प्रधानमंत्री हैं। पद संभालते ही उन्होंने कड़े फैसले लेने की बात कहते हुए कोविड महामारी के दौरान वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल का उल्लेख किया और भविष्य की चुनौतियों से उसी संवेदनशीलता के साथ निपटने का वादा किया।
जानसन पर भी साधा निशाना
चुनाव कराने की विपक्ष की मांग का जवाब देते हुए सुनक ने कहा कि 2019 में हुए आम चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी को मिला जनादेश किसी एक व्यक्ति की जागीर नहीं है। उनका इशारा पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जानसन की ओर था। उन्होंने कहा, 'यह जनादेश हम सभी का है और हमको एकजुट करता है।' हालांकि, जानसन ने ट्वीट कर सुनक को बधाई दी और कंजरवेटिव पार्टी के हर सदस्य से नए प्रधानमंत्री को अपना पूरा समर्थन देने का आह्वान किया।
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सरकारी एजेंडे में विश्वास बहाली की किया वादा
अब सुनक के सामने प्रमुख चुनौतियां ब्रिटेन को गहरे आर्थिक संकट से बाहर निकालने और खेमों में बंटी कंजरवेटिव पार्टी को एकजुट करने की हैं। ईंधन और खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतों से जूझ रहे लोगों से उन्होंने कहा भी कि वह पूर्ववर्ती की गड़बड़ियों को ठीक करने की कोशिश करेंगे। राजनीति और सरकारी एजेंडे में लोगों का विश्वास बहाल करेंगे और देश में आर्थिक स्थिरता लाएंगे।