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UN climate summit: जलवायु सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे ब्रिटिश पीएम सुनक, विश्वभर में हो रही आलोचना

कॉप-27 मिस्र के शर्म अल-शेख में 6 नवंबर से 18 नवंबर तक आयोजित होगा। इस सम्मेलन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भाग नहीं लेंगे। कॉप-27 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाली मिस्र सरकार ने सुनक के फैसले पर निराशा व्यक्त की है।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Mon, 31 Oct 2022 04:18 PM (IST)
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जलवायु सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे ब्रिटिश पीएम सुनक, विश्वभर में हो रही आलोचना
लंदन, पीटीआइ। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अगले महीने एक बड़े संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन कॉप-27 में भाग नहीं लेंगे। ऋषि के इस फैसले की अब दुनिया भर में आलोचना हो रही है। बता दें कॉप-27 मिस्र के शर्म अल-शेख में 6 नवंबर से 18 नवंबर तक आयोजित होगा।

डाउनिंग स्ट्रीट ने पिछले हफ्ते जारी किया था बयान

डाउनिंग स्ट्रीट ने पिछले हफ्ते एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री सुनक के मिस्र में कॉप-27 जलवायु शिखर सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद नहीं है। ब्रिटिश सरकार ने बताया कि यह निर्णय बाध्यकारी घरेलू प्रतिबद्धताओं के कारण लिया गया है।

ब्रिटेन के अन्य मंत्रियों के इस सम्मेलन में उपस्थित रहने के आसार हैं। साथ ही कॉप-27 के अध्यक्ष आलोक शर्मा भी इस सम्मेलन में शामिल होंगे। आलोक शर्मा ने कहा कि सरकार कॉप-27 का समर्थन करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने और प्रकृति की रक्षा के लिए अग्रणी अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

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मिस्र सरकार ने सुनक के फैसले पर जताई निराशा

कॉप-27 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाली मिस्र सरकार ने सुनक के फैसले पर निराशा व्यक्त की है। द गार्जियन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सुनक के कॉप-27 वार्ता को टालने और किंग चार्ल्स को भाग लेने से रोकने के फैसले ने दुनिया भर के देशों को नाराज किया है। सुनक के इस फैसले से विश्व स्तर पर ब्रिटेन की स्थिति खतरे में पड़ गई है। जलवायु संकट से निपटने के लिए उनकी सरकार की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए जा रहे है।

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सुनक के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने से उठ रहे सवाल

रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र में बेलीज के राजदूत कार्लोस फुलर के हवाले से कहा गया कि, यूके के प्रमुख नीति निर्माता और कॉप 26 के अध्यक्ष के रूप में, पीएम को शिखर सम्मेलन का नेतृत्व करना चाहिए था। सुनक के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने के कारण पर सवाल उठाते हुए, मालदीव की संसद के अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा, "यह बहुत चिंताजनक है कि यूके ने सोचा कि जलवायु परिवर्तन से ज्यादा गंभीर कुछ और भी है।

बता दें कि कॉप-27 में भाग लेने के बजाय, सुनक जलवायु वार्ता शुरू होने से दो दिन पहले शुक्रवार को बकिंघम पैलेस में किंग द्वारा आयोजित व्यापार और पर्यावरण के नेताओं के लिए एक स्वागत समारोह को संबोधित करेंगे।

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