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UK Riots 2024: ब्रिटेन में थमी हिंसा, हजारों लोगों ने अप्रवासियों के समर्थन में रैली का किया आयोजन

UK Riots 2024 जुलाई में हुए बच्चों के एक डांस इवेंट में हुए जानलेवा हमले के बाद ब्रिटेन के कई हिस्सों में दंगें भड़क उठे थे लेकिन हिंसा झेल रहे ब्रिटेन में बुधवार को राहत दिखाई दी। अप्रवासियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारी लंदन में एकत्र हुए और शरणार्थियों का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने लंदन नस्लवाद के खिलाफ नारे लगाए।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Thu, 08 Aug 2024 03:58 PM (IST)
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अप्रवासियों के समर्थन में रैली का किया आयोजन (फाइल फोटो)

एएनआई, लंदन। एक हफ्ते से अधिक समय से हिंसा झेल रहे ब्रिटेन में बुधवार को राहत दिखाई दी। अप्रवासियों के खिलाफ हो रहा हिंसक प्रदर्शन शांत नजर आया। अप्रवासियों के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए हजारों की संख्या में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनकारी सड़कों पर नजर आए।

पुलिस को आशंका थी कि कई जगह तनाव और बढ़ सकता है और हिंसा हो सकती है, क्योंकि इमिग्रेशन लॉ फर्म को निशाना बनाए जाने की आशंका थी। इसे लेकर पुलिस ने पहले ही कमर कस ली थी। लिवरपूल, लंदन सहित अन्य कई महत्वपूर्ण स्थानों पर माहौल शांति भरा रहा।

प्रदर्शनकारियों ने किया शरणार्थियों का स्वागत

अप्रवासियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारी लंदन में एकत्र हुए और शरणार्थियों का स्वागत किया। उन्होंने लंदन नस्लवाद के खिलाफ, 'प्रवासन अपराध नहीं' और 'धुर दक्षिणपंथ को रोको' जैसे नारे लगाए।

गौरतलब है कि साउथपोर्ट में डांस क्लास में चाकू से हमले में तीन बच्चियों की मौत के बाद ब्रिटेन कई वर्षों में देखी गई सबसे बड़ी सामाजिक अशांति से जूझ रहा है। रविवार को कई दंगाइयों ने उत्तरी ब्रिटेन में शरण चाहने वालों के आवास वाले होटलों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की।

गलत सूचना फैलाकर मुस्लिम विरोधी और अप्रवासन विरोधी प्रदर्शनों को भड़काया गया। यह झूठा आरोप लगाया गया कि हमलावर एक मुस्लिम अप्रवासी है। हालांकि, पुलिस ने पुष्टि की कि संदिग्ध का जन्म ब्रिटेन में हुआ था।

ब्रिटेन में कैसे फैली हिंसा?

बुधवार (7 अगस्त) शाम को, गुस्साए प्रदर्शनकारियों के एक समूह प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय पर एकत्रित हो गए। प्रदर्शनकारियों ने आव्रजन (Immigration) को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया और सरकार से कार्रवाई की मांग की।

भीड़ द्वारा लगाए जा रहे नारे 'हमारे बच्चों को बचाओ' और 'हमें अपना देश वापस चाहिए' हवा में गूंज रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ झड़प भी की। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के आवास की ओर आग की लपटें फेंकना शुरू कर दिया।

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