ब्रिटेन में अगले साल होने वाले चुनावों से पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बड़ा फैसला लिया है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने लंदन को मध्य और उत्तरी शहरों से जोड़ने वाली हाई-स्पीड रेल लाइन परियोजना को लेकर फैसला लिया है। सुनक ने हाई-स्पीड रेल लाइन परियोजना के उत्तरी प्रोजेक्ट को रद कर दिया है। उन्होंने ये एलान पार्टी के वार्षिक सम्मेलन में अपने समापन भाषण के दौरान किया।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Wed, 04 Oct 2023 09:14 PM (IST)
रायटर, लंदन। ब्रिटेन में अगले साल होने वाले चुनावों से पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बड़ा फैसला लिया है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने लंदन को मध्य और उत्तरी शहरों से जोड़ने वाली हाई-स्पीड रेल लाइन परियोजना को लेकर फैसला लिया है। सुनक ने हाई-स्पीड रेल लाइन परियोजना के उत्तरी प्रोजेक्ट को रद कर दिया है।
दरअसल, अगले साल होने वाले चुनाव से पहले सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी विपक्षी लेबर पार्टी से बुरी तरह से पिछड़ रही है। ऐसे में ऋषि सुनक ने हाई-स्पीड रेल लाइन परियोजना से जुड़े एक हिस्से को रद करने का निर्णय लिया।
चुनाव से पहले सुनक ने लिया कठिन निर्णय
सुनक और उनकी टीम का मानना है कि एक अच्छे राजनेता होने के नाते वह लोगों की बेहतरी के लिए कठिन निर्णय लेना जानते हैं। हालांकि, सुनक ने इस फैसले को रद करने का एलान पार्टी के वार्षिक सम्मेलन में अपने समापन भाषण के दौरान किया।
ऋषि सुनक ने किया रेल प्रोजेक्ट को रद करने का एलान
ऋषि सुनक ने कहा कि मैं लंबे समय से चल रहे एक विवादास्पद हाई-स्पीड रेल लाइन परियोजना के दूसरे चरण समाप्त कर रहा रहूं। उन्होंने कहा कि मैं परियोजना के बाकी हिस्सों को रद करने का निर्णय ले रहा हूं ताकि इसकी जगह दूसरे क्षेत्रों मे 36 अरब पाउंड का निवेश किया जा सके।
सुनक ने कहा कि जिन्होंने कई साल पहले इस परियोजना का समर्थन किया था। वह जानते हैं कि ब्रिटेन के हालात बदल गए हैं। उन्होने जोर देते हुए कहा कि कई व्यवसायों ने रेल प्रोजेक्ट का निर्माण शुरू करने के लिए भारी भरकम निवेश किया है। जो इस योजना के बड़े समर्थक हैं।
ऋषि सुनक के फैसले पर क्या बोले लोग
वहीं, जीएमबी ट्रेड यूनियन में अनुसंधान और नीति प्रमुख लॉरेंस टर्नर ने कहा कि इस फैसले से नौकरियां खत्म हो जाएंगी। हम नई हाई-स्पीड रेल लाइन परियोजना के बिना अर्थव्यवस्था को संतुलित नहीं कर सकते हैं। यह जरूरी है कि भविष्य में आने वाली सरकार इस निर्णय को बदल सके।
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क्या है प्रोजेक्ट?
बता दें कि ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। ये प्रोजेक्ट लंदन को मध्य और उत्तरी शहरों से जोड़ता। इस योजना पर 129 बिलियन डॉलर के खर्च का अनुमान लगाया गया है। हालांकि, कोरोना महामारी के बाद ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है, जिसकी वजह से इस प्रोजेक्ट में लगातार देरी हो रही थी।
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