कुकिंग ऑयल फ्यूल के जरिए पहली बार विमान ने पार किया महासागर, ब्रिटेन से अमेरिका पहुंचा एयरक्राफ्ट; देखें VIDEO
वर्जिन अटलांटिक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने मंगलवार (28 नवंबर ) को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से उड़ान भरी और विमान अटलांटिक महासागर को पार करते हुए न्यूयॉर्क के जेएफके एयरपोर्ट पहुंचा। बता दें कि कुकिंग फ्यूल को 100 प्रतिशत सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल कहा जाता है। कुकिंग ऑयल के जरिए उड़ान भरने वाली ट्रान्साटलांटिक उड़ान का एक वीडियो वर्जिन अटलांटिक सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया।
By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Wed, 29 Nov 2023 03:53 PM (IST)
एपी, लंदन। ग्लोबल वार्मिंग पर लगाम लगाने के लिए पूरी दुनिया अलग-अलग कोशिशों में जुटी है। भारत, अमेरिका और यूरोपीय देश लगातार कार्बन उत्सर्जन घटाने में जुटे हैं। दुनिया में पहली बार मंगलवार को कुकिंग ऑयल को फ्यूल के तौर पर इस्तेमाल किया गया। इसका मतलब यह है कि सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल के जरिए विमान ने उड़ान भरी।
वर्जिन अटलांटिक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (Virgin Atlantic Boeing 787) ने मंगलवार (28 नवंबर ) को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से उड़ान भरी और विमान अटलांटिक महासागर को पार करते हुए न्यूयॉर्क के जेएफके एयरपोर्ट पहुंचा। बता दें कि कुकिंग फ्यूल को 100 प्रतिशत सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल कहा जाता है।
कंपनी ने साझा किया एक वीडियो
कुकिंग ऑयल के जरिए उड़ान भरने वाली ट्रान्साटलांटिक उड़ान का एक वीडियो वर्जिन अटलांटिक सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया।पोस्ट में कंपनी ने लिखा,"38000 फीट पर इतिहास, वर्जिन अटलांटिक वर्तमान में दुनिया का पहला 100 फीसदी सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल से उड़ान भरने वाला वाणिज्यिक विमान संचालित कर रहा है।
History at 38,000ft. Virgin Atlantic is currently flying the world's first 100% Sustainable Aviation Fuel flight across the Atlantic by a commercial airline. Flight100 marks the culmination of more than a year of radical cross industry collaboration to see this take to the skies. pic.twitter.com/97mLaa4hoj
— virginatlantic (@VirginAtlantic) November 28, 2023
यूके परिवहन विभाग ने विमान को दी वित्तीय मदद
वर्जिन के संस्थापक रिचर्ड ब्रैनसन के अलावा कॉर्पोरेट, सरकारी अधिकारियों, इंजीनियरों और पत्रकारों सहित अन्य लोगों के उड़ान के समय फ्लाइट में मौजूद थे। उन्होंने कहा,"दुनिया हमेशा यह मान लेगी कि कुछ किया नहीं जा सकता, जब तक कि आप ऐसा नहीं करते।
यूके परिवहन विभाग की ओर से इस विमान को जीवाश्म ईंधन के जरिए उड़ाने के लिए 1 मिलियन पाउंड ($ 1.27 मिलियन) प्रदान किए गए थे। सरकारें लंबे समय से हवाई यात्रा को कार्बोनाइजिंग करने की बात करती रही हैं। यूके सरकार के अनुसार, यह उड़ान हवाई यात्रा को पर्यावरण के ज्यादा अनुकूल बनाने की ओर एक मील का पत्थर है।