Britain Protest: ब्रिटेन में अप्रवासियों और मुस्लिमों के खिलाफ क्यों भड़की हिंसा? जानिए इसके पीछे क्या है कारण
ब्रिटेन में पिछले सप्ताह की शुरूआत में दंगा भड़क उठा। यह दंगा तब भड़का जब उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के साउथपोर्ट में चाकू से हमला कर तीन छोटी बच्चियों की हत्या कर दी गई। इसके बाद ऑनलाइन फेक न्यूज की बाढ़ आ गई और पुरे इलाके में फैल गई। फेक न्यूज इस खबर से अप्रवास विरोधी और मुस्लिम विरोधी लोगों ने प्रोटेस्ट शुरू किया।
ऑनलाइन डेस्क, लंदन। पिछले महीने जुलाई में हुए बच्चों के एक डांस इवेंट में हुए जानलेवा हमले के बाद ब्रिटेन के कई हिस्सों में दंगें भड़क उठे हैं। इन भड़के दंगों की लहर यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) के कई इलाकों में फैल चुकी है और फेक न्यूज की बाढ़ ने इस देंगें को और भी भड़का दिया है। यह दंगा तीन छोटी लड़कियों की दुखद मौत से दुखी एक कम्यूनिटी ने शुरू की धीरे-धीरे यह दंगा अब पूरे देश में अराजकता का रूप ले चुका है।
वहीं इस अशांति के बीच, दूर-दराज़ के अलग-अलग समूह इस मौके का इस्तेमाल अप्रवास विरोधी (Anti-Immigration) और मुस्लिम विरोधी (Anti-Muslim) हिंसा भड़काने के लिए कर रहे हैं।
क्या है इस विरोध प्रदर्शन की वजह?
इस दंगे की शुरूआत 29 जुलाई को, उत्तरी इंग्लैंड के साउथपोर्ट में टेलर स्विफ्ट थीम वाले डांस इवेंट (Taylor Swift-themed dance event in Southport) के दौरान छह से नौ साल की तीन छोटी लड़कियों की हत्या कर दी गई। आठ अन्य बच्चों और दो वयस्कों पर भी चाकू से वार किया गया जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के मुख्य हमलावर (17 वर्षीय एक्सल रुदाकुबाना) को गिरफ्तार किया गया और उस पर हत्या करने, हत्या के प्रयास सहित 10 अन्य मामला उसपर दर्ज किया गया।
कौन है हमलावर एक्सल रुदाकुबाना?
एक्सल रुदाकुबाना का जन्म और पालन-पोषण कार्डिफ, वेल्स में हुआ था। हालांकि, सोशल मीडिया पर यह झूठी सूचना तेजी से फैल गई कि वह एक इस्लामवादी प्रवासी था। इस गलत सूचना ने अगले दिन साउथपोर्ट में हिंसक मुस्लिम विरोधी प्रदर्शनों को भड़का दिया, जिसमें स्थानीय मस्जिद पर हमले का प्रयास भी शामिल था।