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ईवी में चार्जिंग की दिक्कत तो सीएनजी कार में बूट स्पेस की परेशानी, जानिए दोनों के नफा-नुकसान की कहानी

Electric car vs CNG आज हम आपको सीएनजी और इलेक्ट्रिक कारों के फायदे और नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप इन दोनों के बारे में काफी बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। (जागरण फोटो)

By Ayushi ChaturvediEdited By: Ayushi ChaturvediUpdated: Wed, 22 Feb 2023 04:59 PM (IST)
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ईवी में चार्जिंग की दिक्कत तो सीएनजी कार में बूट स्पेस की परेशानी

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारतीय बाजार में जब से पेट्रोल डीजल की कीमत में बढ़ोतरी होनी शुरू हुई है तब से लोग सीएनजी या इलेक्ट्रिक कारों को खरीद रहे हैं। देश में बहुत सारे ग्राहक अधिक किफायती कारों को प्राथमिकता दे रहे हैं। आपको बता दें पिछले 12 महीनों में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों और सीएनजी से चलने वाली कारों की बिक्री में पहले से कहीं ज्यादा तेजी देखी गई है। आज हम आपको सीएनजी और इलेक्ट्रिक कारों के फायदे और नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। 

सीएनजी कार के फायदे

सीएनजी कार, भारतीय बाजार में कई सालो से मौजूद है। वाहन निर्माता कंपनियां जिनमें मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर शामिल हैं, ऐसे वाहनों से अपनी बिक्री का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त करते हैं। सीएनजी कार के मालिक के लिए फायदे की बात ये है कि पिछले एक साल में ईंधन की कीमतों में काफी उछाल के बाद सीएनजी कारें अब ज्यादा मायने रखती हैं। सीएनजी कारें इसे पेट्रोल या डीजल पर चलाने का ऑप्शन भी देती हैं। इससे प्रदूषण को भी खतरा नहीं होता है।

सीएनजी कार के नुकसान

सीएनजी कार का मालिक होना हर समय तनाव मुक्त ऑप्शन नहीं है। CNG किट आमतौर पर कार के बूट स्पेस में लगाई जाती है जिससे यात्रियों को अपना भारी सामान गाड़ी में लोड करने में मुश्किल होती है। दूसरी ओर कुछ राज्यों या शहरों से बाहर सीएनजी स्टेशन ढूंढना मुश्किल है, जिससे मालिकों को काफी परेशानी होती है। जिसके कारण कारों को लंबी दूरी की ड्राइव पर ले जाना मुश्किल हो जाता है। ईंधन के रूप में सीएनजी का उपयोग आमतौर पर समय के साथ वाहन के प्रदर्शन पर भी असर डालता है। पेट्रोल या डीजल का उपयोग करते समय आउटपुट की तुलना में कार का पावर आउटपुट 10 प्रतिशत तक कम हो जाती है।

इलेक्ट्रिक वाहन फायदे

भारतीय बाजार में ईवी का चलन दिन पर दिन काफी तेजी से बढ़ते जा रहा है। इसको लेकर सभी बड़ी वाहन निर्माता कंपनियां भी तेजी से काम कर रही है और बाजार में अपनी एक से बढ़कर ईवी लॉन्च कर रही है। इलेक्ट्रिक वाहन चलाने में भी सबसे सस्ते हैं। एक ईवी की रनिंग कॉस्ट, जो कुछ मामलों में एक रुपये से भी कम है, सीएनजी वाहन से भी सस्ती है। इसके सर्विसिंग में भी आपको अधिक खर्च नहीं उठाना पड़ता है।

इलेक्ट्रिक वाहन नुकसान

इसकी कीमत काफी अधिक है जैसे पेट्रोल, डीजल और सीएनजी कारें आपको लगभग 5 लाख से शुरुआती कीमत में मिल जाती है मगर इलेक्ट्रिक वाहन आपको इतने कम कीमत में नहीं मिल सकते हैं। इसके साथ ही अभी जैसे आपको जगह -जगह पेट्रोल , डीजल , सीएनजी भरवाने के पंप मिल जाते हैं लेकिन ईवी को चार्ज करने के लिए आपको जगह -जगह चार्ज नहीं मिलते हैं। जिसके कारण ईवी के मालिक को कई परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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