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Mumbai Traffic Police ने रोचक ढंग से पढ़ाया सड़क सुरक्षा का पाठ, लोगों को जागरूक करने के तरीके की हो रही तारीफ

Mumbai Traffic Police ने बहुत ही रोचक ढंग से शहर की जनता को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाया है। विभाग ने अवैध रूप से पार्क की गई कारों को TATA कहने को कहा वहीं एक अन्य संदेश में कहा गया रेड सिग्नल पर Swift न करें! (फाइल फोटो)।

By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Thu, 13 Apr 2023 05:14 PM (IST)
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Mumbai Traffic Police used car names in a funny way to teach road safety

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश में बढ़ रही वाहनों की बिक्री के साथ सड़क पर इनका प्रभाव भी बढ़ता जा रहा है। देश के बड़े शहरों में ट्रैफिक जाम, गलत दिशा में ड्राइविंग और पार्किंग जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। अगर देश में शहरों के हिसाब से तुलना की जाए तो मुंबई महानगर में ये ट्रैफिक की समस्या सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। इसको लेकर Mumbai Traffic Police ने बहुत ही रोचक ढंग से शहर की जनता को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाया है। सोशल मीडिया पर लोग इसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं। आइए आपको पूरी खबर के बारे में बताते हैं।

कार कंपनी और ब्रांड के नाम पर दिए रोचक संदेश

Mumbai Traffic Police ने वाहन मालिकों और यात्रियों को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाने के लिए रोचक उपाय खोजा है। शहर का यातायात विभाग कार ब्रांड और उनके मॉडल के नाम पर फनी ढंग से बड़ा संदेश देनी की कोशिश कर रहा है। विभाग ने इन्हे अपने आधिकारक ट्वीटर हैंडल से पोस्ट किया है। आइए आपको एक-एक करके सबके बारे में बताते हैं।

Mumbai Traffic Police ने अवैध रूप से पार्क की गई कारों को TATA कहने को कहा। वहीं दूसरे संदेश में कहा कि Mahindra सड़कों पर बाहुबली न बनें। एक अन्य संदेश में कहा गया कि, 'सड़क पर Civik सेंस को फॉलो करें। Fotuner को लेकर दिए गए संदेश में कहा गया कि Fortune सुरक्षित लोगों का पक्ष लेता है।

कुछ अन्य संदेश में कहा गया कि 'अपनी गति के बारे में हमें पूरी तरह से Jazz न दें। Mumbai Traffic Police कहा गया कि 'PUC Kia क्या'। वहीं मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने बोला कि रेड सिग्नल पर Swift न करें!

आपको बता दें कि इन वाक्यों से भरी एडवाइजरी का मकसद ट्रैफिक नियमों को तोड़ने और ओवरस्पीडिंग के साथ-साथ वाहन का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने के खिलाफ संदेश देना है। इस अभियान का शीर्षक रखा गया है कि सड़क सुरक्षा के सच्चे 'एंबेसडर' बनें।