Buxar Lok Sabha Election Result 2024: बक्सर में किधर भी पलट सकता है पासा, पूर्व IPS ने BJP के सामने खड़ा कर दिया बड़ा संकट!
बिहार की बक्सर सीट (Buxar Lok sabha election result 2024) पर मुकाबला दिलचस्प है। पिछले दो लोकसभा चुनावों (Bihar Lok sabha Result 2024 Live) में सवा लाख वोटों से यह सीट जीतने वाली भाजपा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार और पूर्व आइपीएस आनंद मिश्र संकट पैदा कर रहे हैं। आनंद मिश्र खुद तो चाैथे नंबर पर हैं लेकिन वह भाजपा का अच्छा-खास वोट पाने में सफल दिखाई दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बक्सर। बीते सात में छह लोकसभा चुनाव (Buxar Lok sabha election result 2024) जीतने वाली भाजपा को बक्सर सीट (Buxar Lok sabha election 2024 Winner) पर इस बार बेहद कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है। एक बजे तक हुई काउंटिंग में मिथिलेश तिवारी (Mithilesh Tiwari BJP) को 101441 वोट मिले हैं। वह सिर्फ 142 वोटों की बढ़त बना पाए हैं।
राजद के सुधाकर सिंह (RJD Sudhakar Singh) उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। उन्हें अबतक 101299 वोट मिले हैं। वहीं, बसपा के अनिल कुमार 24199 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर बने हैं, जबकि, पूर्व आईपीएस आनंद मिश्र (IPS Anand Mishra Buxar) को अबतक 16089 वोट मिले हैं। बक्सर की स्थिति ऐसी है कि यहां कभी भी पांसा पलट सकता है। राजद उम्मीदवार भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
पिछले दो चुनाव में सवा लाख वोटों से जीती थी भाजपा
पिछले दो चुनावों में करीब सवा लाख के मतों के अंतर से यह सीट जीतने वाली भाजपा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार पूर्व आइपीएस आनंद मिश्र संकट पैदा कर रहे हैं। वह खुद तो चौथे नंबर पर हैं, लेकिन भाजपा को वह अच्छा-खास झटका देने में सफल रहे हैं।राजद ने नए चेहरे पर जताया है भरोसा
यहां इस बार भाजपा ने नए चेहरे मिथिलेश तिवारी को मैदान में उतारा है। वह गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर से एक बार विधायक रह चुके हैं। बीते विधानसभा चुनाव वह हार गए थे। राजद ने भी इस बार यहां नए चेहरे को मौका दिया है।
रामगढ़ के विधायक हैं सुधाकर
राजद उम्मीदवार सुधाकर सिंह इसी संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली रामगढ़ सीट से विधायक हैं। वह पिछला चुनाव करीब 150 मतों के मामूली अंतर से जीते थे। इससे पहले उनके पिता राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह बक्सर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। उन्हें एक बार करीब 2200 मतों से बेहद नजदीकी मुकाबले में जीत हासिल हुई थी। इसके बाद दो चुनाव वह हार चुके हैं।अश्विनी चौबे का टिकट काटना पड़ सकता है भारी
इस बार राजद ने पिता की बजाय बेटे को उम्मीदवार बनाया है, तो भाजपा ने दिग्गज नेता अश्विनी चौबे का टिकट काटकर नए चेहरे मिथिलेश तिवारी पर भरोसा जताया है। भाजपा से टिकट पाने की आस में इसी साल भारतीय पुलिस सेवा के असम-मेघालय कैडर के युवा अधिकारी आनंद मिश्र निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।