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सप्‍लाई वाले नल से आरओ की क्‍वालिटी वाला पानी, बिहार के तीन शहरों के लोग पीते हैं शुद्ध गंगाजल

देश की बड़ी आबादी शुद्ध पेयजल के लिए तरसती है वहीं बिहार जैसे गरीब राज्‍य के तीन शहरों के लोगों को उनके घर में सप्‍लाई वाले नल से ही आरओ की क्‍वालिटी वाला पानी मिल रहा है। वह भी गंगा जल। पीने से नहाने तक हर काम के लिए

By neeraj kumarEdited By: Shubh Narayan PathakUpdated: Tue, 29 Nov 2022 11:18 AM (IST)
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बिहार के तीन शहरों राजगीर, गया और बोधगया में नल से मिल रहा शुद्ध गंगाजल। जागरण
जागरण संवाददाता, गया। गंगा के हाथीदह से 151 किलोमीटर दूर गयाजी तक पहुंचने में पूरे तीन साल लगे। आश्‍चर्य की बात यह भी है कि इस रास्‍ते गंगाजल को दूसरी कई नदियों को पार करना पड़ना। 12 जगहों पर रेल लाइन और 26 जगह नदियों को पार करने के बाद गंगाजी भगवान विष्‍णु के शहर गयाजी तक पहुंचीं। यह काम उतना आसान भी नहीं था। 

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हाथीदह से 70 मीटर ऊंचाई पर पहुंची गंगा की धारा 

नदी की धारा तो ऊपर से नीचे बहती है, लेकिन यहां गंगा की धारा को उल्‍टा बहाने का काम हुआ। हाथीदह से निकलने के बाद गंगा की धारा अपेक्षाकृत 229 फीट यानी 70 मीटर ऊंची जगह गया के करीब मानपुर में बने जलाशय तक पहुंची। जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संजय अग्रवाल ने जागरण से बातचीत में कहा कि गंगा को गयाजी लाने में मुश्किल और चुनौती भरा था, फिर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा शक्ति की बदौलत गंगा को गयाजी लाने का सपना पूरा हुआ है।

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गैस और तेल पाइपलाइन को भी पार कर पहुंची गंगा 

प्रधान सचिव ने मुश्किल और चुनौतियों की चर्चा करते हुए कहा कि 151 किलोमीटर की दूर तय करने में 12 स्थानों पर रेलवे लाइन क्रासिंग, 26 जगह नदियों को पार करना पड़ा। कई सड़कों के बीच से गुजरना पड़ा। गैस और तेल पाइप लाइन को भी पार किया गया है। गंगाजल आपूर्ति योजना देश में पहली परियोजना है, जो बारिश के मौसम में नदी के अतिरिक्त पानी का उपयोग करने वाली बिहार में पहली गंगा जलापूर्ति योजना है।

मोहड़ा के तेतर गांव के पास बना गंगा जलाशय 

उन्होंने बताया कि गया और बोधगया में जल संकट को देखते हुए गंगा जलापूर्ति योजना लायी गयी है। गया जिले के मोहड़ा के तेतर गांव के समीप स्टोर किया जा रहा है। यहां पर आठ महीने के लिए गंगाजल को स्टोर रखा जाएगा। वर्षा ऋतु में गंगा का अतिरिक्त जल आएगा। तेतर से जो गंगा जल मानपुर आ रहा है, उसे जल शोधन के बाद स्टोर रखा जा रहा है।

इमरजेंसी के लिए भी स्‍टोर रहेगा शुद्ध जल 

अगर किसी विशेष परिस्थिति में गया और बोधगया में मोटर जलने के कारण पानी का संकट होता है, तो दो दिनों तक बिना कोई रोक-टोक के गंगा जल से लोगों की प्यास बुझाई जाएगी। इस योजना से गया, बोधगया और राजगीर में पेयजल की समस्या रहती थी वह दूर हो जाएगी। प्रधान सचिव ने कहा कि बाढ़ और वर्षा का पानी की क्वालिटी ठीक नहीं रहती थी। इस कारण से मानपुर में शोधन कर शुद्ध किया जाएगा।

आरओ की क्‍वालिटी का पानी अब नल से मिलेगा 

लोग अपने घरों में आरओ का पानी का सेवन करते हैं। उस आरओ की क्वालिटी का गंगाजल घरों में आपूर्ति करेंगे। मानपुर के अबगिला में आठ माह तक आपूर्ति करने के लिए 19 एमसीएम पानी स्टोरेज रहेगा। राजगीर में नौ एमसीएम स्टोरेज रखने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2051 की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए गंगाजल का स्टोर रखा गया है। इस जलाशय में 50 प्रतिशत पानी रखने की व्यवस्था की गई है।

तीन शहरों के लोगों को मिलने लगा है लाभ 

गंगा जल आपूर्ति योजना का लाभ बिहार के तीन शहरों राजगीर, गया और बोधगया को मिलने लगा है। अगले साल से नवादा शहर के लोगों को भी ऐसा ही शुद्ध जल उनके घर में नसीब होने लगेगा। मुख्‍यमंत्री ने इस योजना का विस्‍तार अन्‍य शहरों में भी करने की बात कही है। 

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