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कैमूर जिले के सभी प्रखंडों में रोपनी पीक पर, खाद की कमी शुरू

कैमूर जिले में जुलाई का लगभग एक पखवाड़ा समाप्त होने को है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 13 Jul 2021 05:37 PM (IST)
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कैमूर जिले के सभी प्रखंडों में रोपनी पीक पर, खाद की कमी शुरू

कैमूर। जुलाई का लगभग एक पखवाड़ा समाप्त होने को है। जिले के लगभग सभी प्रखंडों में खेतों में धान की रोपनी पीक पर चल रही है। जुलाई के दूसरे पखवाड़ा में रोपनी का काम पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। रोपनी के कार्य में बारिश की कमी, तथा नहरों से कम मात्रा में पानी मिलना भी कारण है। फिर भी किसान डीजल पंप, मोटर पंप, सबमर्सिबल आदि का सहयोग लेते हुए रोपनी का कार्य करा रहे है। रोपनी का कार्य पूरी तरह से तेजी में है। किसान खेतों में रोपनी कराने में जुटे हुए है। इसी क्रम में धान की रोपनी करा चुके किसान खाद के लिए दुकानों में पहुंच रहे है। जहां किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। वजह है सरकारी गोदामों में खाद की कमी। खाद की कमी से धान की खेती पर भी प्रभाव पड़ रहा है। जबकि खुदरा के दुकानों में 300 या 330 रूपए में खाद बिक रही है। जबकि सरकारी गोदामों में खाद की कमी होने लगी है। संभवत: अगले एक से दो दिनों में खाद का रेक सासाराम में आने की उम्मीद है। अगर रेक आ जाती है तो किसानों को खाद मिलने की उम्मीद है। कम दिया जा रहा खाद - कई जगहों पर खाद की कमी होने के कारण किसानों को कम मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जा रही है। भभुआ के सारंगपुर में स्थित इफ्को गोदाम से खाद की कमी को देखते हुए एक किसान को तीन बोरी खाद दिया जा रहा है। खाद की उपलब्धता अधिक होने पर खाद अधिक उपलब्ध कराया जाएगा। खाद भी पॉस मशीन से दी जा रही है। जिले में इफ्को गोदाम तथा बिस्कोमान से यूरिया 266.50 रुपये तथा डीएपी 1200 रुपये में दिया जा रहा है। जबकि खुदरा दुकानों में 1230 से 1250 तक का डीएपी तो यूरिया 300 से 330 रुपये में प्रति बोरा बिक रहा है।