Lakhisarai: जमीन हड़पने के लिए महाकाल गैंग ने रचा था नरसंहार का षड्यंत्र, पूरे परिवार को खत्म करने की थी साजिश
सोमवार सुबह छठ पूजा कर लौट रहे शशिभूषण झा के परिवार पर गोलियां बरसाकर तीन सदस्यों को मौत की घाट उतारने के मामले की जांच में नए तथ्य सामने आए हैं। पता चला है कि जमीन हड़पने के लिए महाकाल गैंग ने पूरे परिवार के नरसंहार का षडयंत्र रचा था। घटना का मुख्य आरोपित आशीष चौधरी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
संवाद सहयोगी, लखीसराय। सोमवार की सुबह छठ पूजा कर लौट रहे शशिभूषण झा के परिवार पर गोलियां बरसाकर तीन सदस्यों को मौत की घाट उतारने के मामले की जांच में नए तथ्य सामने आए हैं।
पता चला है कि जमीन हड़पने के लिए महाकाल गैंग ने पूरे परिवार के नरसंहार का षडयंत्र रचा था। घटना का मुख्य आरोपित आशीष चौधरी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। 50 हजार का इनाम घोषित करने के बावजूद पुलिस को आशीष का सुराग हाथ नहीं लगा है।
उमेश साव की गिरफ्तारी के सामने आए नए तथ्य
इस घटना में लाइनर राजन पासवान एवं हथियार देने वाला उमेश साव की गिरफ्तारी के बाद यह सामने आया है कि हत्याकांड में पंजाबी मोहल्ला में सक्रिय महाकाल गैंग शामिल है।
इस गिरोह में शराब एवं गांजा तस्कर के अलावा, प्रॉपर्टी डिलिंग करने वाले एवं शहर के व्यापारियों को सूद पर रुपये देने और वसूली करने वाले दर्जनों युवक शामिल हैं।
महाकाल गैंग के मास्टरमाइंड उमेश साव एवं राजन पासवान को पुलिस ने जेल भेज दिया है। दोनों के जेल जाने के बाद महाकाल गैंग के अन्य सदस्य भूमिगत हो गए हैं।
पूरे परिवार को खत्म करने की थी साजिश
पुलिस जांच में यह भी आया है कि पंजाबी मोहल्ला निवासी शशिभूषण झा की मां को छोड़कर पूरे परिवार को खत्म करने की साजिश महाकाल गैंग ने ही तैयार की थी, ताकि उनकी कीमती जमीन और मकान को हासिल किया जा सके।
छठ पर्व के दौरान खरना की रात उमेश साव के नए मकान में शराब पार्टी भी हुई थी जिसमें आशीष, राजन सहित गैंग से जुड़े अन्य लोग भी शामिल थे।
पुलिस छापेमारी के दौरान उमेश साव के घर से दो लग्जरी कार मिली थी। उस पर महाकाल लिखा हुआ था। बताया जाता है कि पंजाबी मोहल्ला में इस गैंग का आतंक चलता है। इस गैंग को कई सफेदपोशों का संरक्षण प्राप्त है।
पुलिस की टीम पंजाबी मोहल्ला के गोपाल मोदी, गौतम कुमार और राजा को अब भी अपने कब्जे में रखकर घटना में तीनों की भूमिका की जांच कर रही है।
खुद को भी गोली मारना चाह रहा था आशीष चौधरी
मिली जानकारी के अनुसार आशीष चौधरी ने जब शशिभूषण झा सहित उनके दो पुत्रों, एक बेटी और दो बहू सहित छह लोगों को गोली मारने के बाद वह खुद अपने सिर में गोली मारना चाह रहा था, लेकिन पुलिस की गाड़ी की सायरन की आवाज सुनते ही कुछ लोगों ने उससे पिस्टल छीनकर भगा दिया।
पुलिस इसकी भी गहराई से जांच कर रही है। पुलिस की पहली प्राथमिकता है फरार आशीष चौधरी को पकड़ना क्योंकि उसकी गिरफ्तारी के बाद ही कई अनसुलझे सवालों का जवाब सामने आ पाएगा।
एएसपी रौशन कुमार के नेतृत्व में पुलिस की कई टीम आशीष के परिवार से लेकर उससे जुड़े अन्य सभी ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है लेकिन वह अब भी भूमिगत है।
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