Munger: सीनियर्स का आदेश नहीं मान रहे जूनियर, टूट रही मर्यादा; प्राचार्य ने मांगा स्पष्टीकरण तो सहायक प्राध्यापक ने...
मुंगेर विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कालेजों में कार्यरत शिक्षकों के बीच अनुशासन का बंधन टूटता जा रहा है। अब तो असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएट प्रोफेसर तथा प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी करने लगे हैं। यहां तक कि यह टिप्पणी लिखित रूप से की जाने लगी है। ऐसे शिक्षक शिक्षण से अधिक वाद-विवाद व संघ-संगठन में अधिक रुचि ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मुंगेर। मुंगेर विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कालेजों में कार्यरत शिक्षकों के बीच अनुशासन का बंधन टूटता जा रहा है। अब तो असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर तथा प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी करने लगे हैं।
यहां तक कि यह टिप्पणी लिखित रूप से की जाने लगी है। ऐसे शिक्षक शिक्षण से अधिक वाद-विवाद व संघ-संगठन में अधिक रुचि ले रहे हैं। ऐसे में जब समाज के प्रबुद्ध व बुद्धिजीवी कहे जाने वाले विश्वविद्यालय सेवा संवर्ग के शिक्षक ऐसी टिप्पणी व आपत्तिजनक शब्दों का चयन अपने वरीय लोगों के विरुद्ध करने लगे तो इसका बुरा संदेश समाज के बीच जाएगा।
जवाब मांगने पर प्रभारी पर ही लगा आरोप
इन दिनों एक ऐसा ही मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। यह मामला जमालपुर कालेज जमालपुर से जुड़ा हुआ है। इसमें कालेज के प्रभारी प्राचार्य ने जब एक सहायक प्राध्यापक से तृतीय वर्गीय कर्मचारी से अभद्र व्यवहार करने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा तो संबंधित सहायक प्राध्यापक ने स्पष्टीकरण का जवाब देने के बजाय प्रभारी प्राचार्य पर ही भेदभाव करने का आरोप लगा दिया।यही नहीं प्रभारी प्राचार्य से एक अन्य मामले में तीन दिनों के अंदर काम नहीं करवाने पर कुलपति से शिकायत करने तक की चेतावनी दे डाली। हालांकि, इस मामले को कालेज के प्राचार्य ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि इस मामले को कालेज स्तर पर ही सुलझा लिया गया है।यह भी पढ़ें -
Patna News: पटना में नवजात को बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एएनएम समेत 10 गिरफ्तार; 55 हजार में बेची गई थी बच्ची
Bihar News: अब आकाशीय बिजली गिरने पर नहीं होगी मौत, बिहार सरकार के 'नीतीश यंत्र' से बच जाएगी जान, ऐसे करेगा काम
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।