Bihar News: दिवाली के बाद पटना की हवा भी हुई जहरीली, प्रदूषण फैलाने पर पटना एयरपोर्ट रनवे निर्माण में लगी कंपनी पर लाखों का जुर्माना
देश भर में वायु प्रदूषण की समस्या गहराती जा रही है। बेगूसराय इस माह दूसरी बार देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। राजधानी के अलावा राज्य के छपरा आरा राजगीर सहरसा भागलपुर पूर्णिया समस्तीपुर सिवान एवं बेतिया में वायु प्रदूषण की स्थिति काफी खराब रही। वहीं पटना एयरपोर्ट रनवे निर्माण में लगी कंपनी विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर पर 61 लाख जुर्माना किया गया है।
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी समेत पूरे प्रदेश में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है। बेगूसराय इस माह दूसरी बार देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। सोमवार को वहां वायु प्रदूषण 406 एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) रिकॉर्ड किया गया।
इससे पहले बीते शनिवार को 389 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया था। इस बीच, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने वायु गुणवत्ता नियंत्रण का प्रबंध नहीं करने पर पहली बार सख्त कार्रवाई की है। पटना एयरपोर्ट रनवे निर्माण में लगी कंपनी विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर पर 61 लाख जुर्माना किया गया है।
वहीं, नई दिल्ली में सोमवार को वायु प्रदूषण 378 व रोहतक में 405 एक्यूआई रहा। पटना में वायु गुणवत्ता का स्तर 332 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। राजधानी के अलावा राज्य के छपरा, आरा, राजगीर, सहरसा, भागलपुर, पूर्णिया, समस्तीपुर, सिवान एवं बेतिया में वायु प्रदूषण की स्थिति काफी खराब रही।
रनवे निर्माण कंपनी पर की गई कार्रवाई
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डीके शुक्ला के अनुसार, राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) प्रधान पीठ दिल्ली द्वारा दायर वाद एओ नंबर 687/2023 में पारित आदेश के आधार पर कार्रवाई की गई है।
प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की टीम की जांच में वायु गुणवत्ता नियंत्रण के लिए निर्धारित मानक का समुचित प्रबंध नहीं होने के कारण जुर्माना के साथ निर्माण कार्य बंद करने की नोटिस जारी कर दी गई है।
पर्षद ने सोमवार को पटना एयरपोर्ट रनवे निर्माण में लगी कंपनी विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर पर पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति के तहत 61 लाख का जुर्माना लगाया है।
स्वीकृत ऑटोमेटिक प्लांट से कराया जा रहा निर्माण कार्य
विमानपत्तन प्राधिकरण के परियोजना सहायक महाप्रबंधक एके झा ने कहा कि निर्माण कार्य के लिए प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से जिन उपकरणों और आटोमेटिक प्लांट की अनुमति दी गई है, उसका उपयोग किया जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण पर्षद रनवे का विस्तार कार्य रोकना चाहती है, तो बंद करा दे।
इससे पहले बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के निर्माण में लगी अहलुवालिया कांट्रैक्ट इंडिया लिमिटेड पर 10 लाख रुपये जुर्माना लगाया जा चुका है। वहीं कंपनी के परियोजना प्रभारी अमोद पांडेय ने बताया कि ऐसी कोई गतिविधि नहीं है, जिससे वायु गुणवत्ता खराब हो।
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