Coronavirus In Bihar : कोरोना को लेकर बिहार सरकार सतर्क, तीन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में होगी जीनोम सीक्वेंसिंग
देश में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद बिहार सरकार भी सतर्क हो गई है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को सभी जिलों के सिविल सर्जन स्वास्थ्य पदाधिकारियों और मेडिकल काॅलेज अधीक्षकों के साथ बैठक की।
पटना, राज्य ब्यूरो। कोविड के नए वैरिएंट की आहट के बीच पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट पर कोविड टेस्ट की सुविधा बहाल कर दी गई है। तीनों एयरपोर्ट पर जांच का फैसला जिलाधिकारियों के स्तर पर लिया गया है। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को सभी जिलों के सिविल सर्जन, स्वास्थ्य पदाधिकारियों और मेडिकल काॅलेज अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिये कोविड से निपटने संबंधी तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने साफ किया कि कोविड के नए वैरिएंट को लेकर अभी घबराने की कोई जरूरत नहीं।
अपर मुख्य सचिव ने सिविल सर्जनों के साथ ही अस्पताल प्रबंधन को कोरोना से बचाव और इलाज को लेकर सतर्क और तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोविड की मानक संचालन प्रणाली (एसओपी) बनी हुई है। जिलों में तैनात अधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, मेडिकल काॅलेज अधीक्षक संबंधित एसओपी को देख लें और उसी के अनुरूप तैयारियां करें। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता, डाॅक्टरों की प्रतिनियुक्ति का आकलन कर लें। उन्होंने जिलों से कहा विभाग के स्तर पर अगली बैठक 28 दिसंबर को होगी।
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि जहां से भी कोविड के नया पॉजिटिव केस सामने आता है तो उसका सैंपल लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग कराएं। अब तक सिर्फ इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में जीनोम सीक्वेंसिंग की व्यवस्था थी। जनवरी से श्रीकृष्ण मेडिकल काॅलेज अस्पताल मुजफ्फरपुर और राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आरएमआरआइ पटना) में भी जीनोम सीक्वेंसिंग की मशीनें इंस्टाल हो जाएंगी। इसके साथ ही तीन स्थानों पर जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा बहाल हो जाएगी। बैठक में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय सिंह के अलावा दूसरे अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।