शशि थरूर की खरी-खरी, कहा- कांग्रेस में बदलाव जरूरी, लेकिन बड़े नेता ऐसा नहीं चाहते
Congress News शशि थरूर ने कहा कि वह मलिकार्जुन खड़गे के विरोधी नहीं लेकिन सबके काम करने का तरीका अलग-अलग होता है। मेरा तरीका भी जरा अलग है। कहा कांग्रेस में शक्तियों का विकेंद्रीकरण आवश्यक हो गया है।
राज्य ब्यूरो पटना : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद उम्मीदवार शशि थरूर ने कहा है कि कार्यकर्ताओं के हित में कांग्रेस में बदलाव जरूरी है, लेकिन पार्टी के बड़े नेता ऐसा नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा वे मलिकार्जुन खड़गे के विरोधी नहीं, लेकिन सबके काम करने का तरीका अलग-अलग होता है। मेरा तरीका भी जरा अलग है।
शशि थरूर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हैं। वे बिहार के पार्टी मतदाताओं से वोट की अपील करने शुक्रवार को कुछ घंटों के लिए पटना आए थे। उन्होंने यहां प्रेस से बात की। कहा, कांग्रेस में शक्तियों का विकेंद्रीकरण आवश्यक हो गया है। विकेंद्रीकरण होगा तो मंडल से लेकर जिलाध्यक्षों तक को शक्तियां मिलेंगी। आज पार्टी में क्या है? एक प्रदेश अध्यक्ष को एक जिला अध्यक्ष बनाने के पूर्व आलाकमान को देखना पड़ता है। उसके फैसले की प्रतीक्षा करनी होती है। इस वजह से आज आमूलचूल परिवर्तन आवश्यक है। आज प्रदेश कांग्रेस कमेटियों का क्या काम रह गया है। उनका काम सिर्फ वोट देना है। थरूर ने कहा यह चुनाव कांग्रेस को मजबूत करने के लिए है और पार्टी बदलाव को स्वीकार करे।
भाजपा को विदा करना जरूरी
भाजपा पर हमलावर होते हुए थरूर ने कहा 2024 में भाजपा को विदा करना जरूरी है। सिर्फ 37 प्रतिशत वोट लेकर भाजपा सरकार में है। 63 प्रतिशत वोट विभिन्न विपक्षी दलों में बंटा हुआ। अगर सभी विपक्षी दल एक हो जाएं या राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन बन जाए तो यह कार्य हो सकता है। वे अगर अध्यक्ष बने तो इस दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा 2024 में अगर भाजपा को बाहर नहीं किया गया तो देश बरबाद हो जाएगा।
पार्टी कहा रही निष्पक्ष चुनाव
पार्टी का समर्थन नहीं मिलने से जुड़े एक सवाल पर थरूर ने कहा, अध्यक्ष पद के नामांकन के पूर्व उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात की। भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल के साथ भी उन्होंने मुलाकात की। इन सभी ने कहा हम निष्पक्ष रहेंगे। हमारी तरफ से कोई आधिकारिक उम्मीदवार नहीं होगा। उन्होंने कहा पार्टी ने निष्पक्ष चुनाव कराने का मन बनाया हुआ है। इसमें गुप्त मतदान होगा इसलिए किसी को डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने अपील की कि मतदाता अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट करें।
डेलीगेट्स बनाने में गड़बड़ी का सवाल भी उठा
प्रेस कांफ्रेंस में डेलीगेट्स बनाने में गड़बड़ी का सवाल भी उठा। सत्येंद्र कुमार नाम के एक नेता ने कहा प्रदेश कांग्रेस कमेटी कहती है कि वे डेलीगेट नहीं हैं। दिल्ली से आई सूची में उन्हें डेलीगेट बताया जा रहा है। ऐसा ही सुनील कुमार और प्रमोद कुमार नाम के नेताओं के साथ भी हुआ है। उन्होंने कहा वे इस मुद्दे पर पीसीसी से जरूर पूछेंगे।