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Bitcoin बना रहा नए रिकॉर्ड, क्‍या आपको भी करना चाहिए निवेश?

क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) का जादू कई निवेशकों के सर पर चढ़ कर बोल रहा है। हाल की रिपोर्ट में बिटकॉइन ने नया रिकॉर्ड स्तर बनाया है। बता दें कि इस हफ्ते एक बिटकॉइन (Bitcoin Price) 69202 डॉलर  (57.4 लाख रुपये) के पार पहुंच गया है। ऐसे में कई निवेशक इसमें निवेश का सोच रहे हैं। चलिए जानते हैं कि आपको किस वजह से इसमें निवेश नहीं करना चाहिए।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Thu, 07 Mar 2024 03:18 PM (IST)
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Bitcoin बना रहा नए रिकॉर्ड (जागरण फोटो)

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका, यूरोप और चीन की तरह भारत में भी पिछले कुछ सालों में क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश को लेकर लोगों में क्रेज बढ़ा है। हालांकि पिछले डेढ़ साल से क्रिप्‍टो बाजार एक तरह से फ्लैट ही चल रहा था, लेकिन पिछले एक हफ्ते से इसमें तेजी दर्ज की जा रही है।

बाजार की सबसे बड़ी क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में भी जबरदस्‍त तेजी देखी जा रही है। पिछले एक साल की बात करें तो यह करीब तीन गुना तक बढ़ चुकी है। ऐसे में कई निवेशक इसकी तरफ आकर्षित भी हो रहे होंगे। लेकिन क्‍या बिटकॉइन में निवेश फायदे का सौदा है, या निवेशकों को इससे बचना चाहिए?

इस हफ्ते बिटकॉइन (Bitcoin Price) 69,202 डॉलर  (57.4 लाख रुपये) के पार पहुंच गया। यह ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया। अगर इसमें आई तेजी की बात करें तो पिछले 1 साल में बिटकॉइन की कीमत लगभग 3 गुना बढ़ गई है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आपको किस वजह से इसमें निवेश नहीं करना चाहिए।

बिटकॉइन क्या है?

बिटकॉइन एक तरह का डिजिटल करेंसी है। माना जाता है कि इसकी शुरुआत वर्ष 2009 में हो गई थी। अब धीरे-धीरे यह करेंसी दुनिया में काफी निवेशकों को पसंद आने लग गई है। वर्तमान में इसकी कीमत लाखों रुपये के बराबर हो गई है तो कई निवेशक इसमें निवेश करना चाहते हैं।

बता दें कि इसकी पेमेंट क्रिप्टोग्राफी के जरिये होती है। इस वजह से इसे क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) भी कहा जाता है।  

बिटकॉइन में हो रही लेन-देन डिजिटल माध्यम में मैसेज के जरिये होती है। इसका मतलब है कि यह शेयर बाजार में हो रही ट्रेडिंग से काफी अलग है। दरअसल, इसे केंद्रीय बैंक ने अप्रूव या औपचारिक तौर पर स्वीकार नहीं किया है। इसलिए इसका एक्सचेंज निजी तौर पर किया जाता है।

जिस प्रकार शेयर बाजार में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। ठीक, इसी प्रकार बिटकॉइन में ट्रेड करने के लिए एक खास सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है।

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कितनी है बिटकॉइन की कीमत

पिछले कुछ सालों में बिटकॉइन में तेजी देखने को मिल रही है। ऐसे में इसकी कीमतों में तेजी की मुख्य वजह बिटकॉइन ईटीएफ (Bitcoin ETF) है। दरअसल बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी मिल गई है, जिसके बाद से इसकी कीमतों में तेजी देखने को मिला है।

एक रिपोर्ट के अनुसार 10 नवंबर 2021 में बिटकॉइन की कीमत 68,789 डॉलर थी। वहीं जुलाई 2022 में इसकी कीमत 20,547.81 डॉलर हो गई थी। इस साल जनवरी में इसकी कीमत 42,034 डॉलर थी। केवल 5 दिन में इसकी कीमत 20 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है।

बिटकॉइन में आई इस तेजी के बाद निवेशक इसमें निवेश करने का सोच रहें है। बता दें कि इसमें निवेश नहीं करना चाहिए। दरअसल, इसमें रिस्क तो है पर इस करेंसी की कोई मान्यता भी नहीं है।  

क्यों नहीं करना चाहिए निवेश

  • भारत में बिटकॉइन को रेगुलेट नहीं किया गया है। इसका मतलब है कि इसे कोई मान्यता नहीं दी गई है। आरबीआई (Reserve Bank Of India) और सेबी (SEBI) ने क्रिप्टो को लेकर कोई नियमाक नहीं बनाया है। यहां तक कि इसको स्वीकारा भी नहीं गया है।
  • बिटकॉइन की ट्रेडिंग में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। अगर यह बहुत तेजी से उठता है तो बहुत तेजी से गिरता भी है। बिटकॉइन के उतार-चढ़ाव को दर्शाने वाला डेरिब्रिट डीवोल इंडेक्स (Rebrit Devol Index) 76 फीसदी चढ़ चुका है।
  • भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बिटकॉइन के निवेशक को कह दिया है कि अगर उनके साथ बिटकॉइन को लेकर धोखाधड़ी हो जाती है तो इसकी जिम्मेदारी उनकी खुद होगी। यानी कि इसमें आरबीआई कोई मदद नहीं करेगा।
  • क्रिप्टोकरेंसी की कोई तय वैल्यू नहीं होता है। अगर कुछ लोग भी क्रिप्टो से बाहर निकालने का फैसला ले लेते हैं तो इसकी वैल्यू जीरो हो जाएगी।  
  • क्रिप्टो को लेकर कई स्कैम भी हो चुके हैं। ऐसे में इन स्कैम हो जाने के भारत सरकार आपकी कोई मदद नहीं करेगा। वर्तमान में दुनिया के कुछ देशों में ही इस वैध किया गया है।

क्या भारत में बिटकॉइन वैध है?

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई भी केंद्रीय प्रधिकरण जारी नहीं हुआ है। इसका मतलब है कि इसकों लेकर कोई विनियम नहीं बनाए गए हैं। इसका साफ मतलब है कि भारत में यह वैध करेंसी नहीं है। भले ही यह भारत में अवैध नहीं पर इसको लेकर कोई निश्चित प्रतिबंध भी नहीं है।

अगर भारत में कोई निवेशक क्रिप्टो में निवेश करता है को उसे अपने इनक में कैलकुलेटेड प्रॉफिट और लॉस रिपोर्ट देना जरूरी है।

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