चरम मौसमी घटनाओं में इस साल गई 1322 लोगों की जान, बिहार पहले व असम दूसरे नंबर पर
चरम मौसमी घटनाओं में इस साल 1322 लोगों ने जान गंवाई है। सर्वाधिक 696 मौतों की बड़ी वजह बिजली गिरना आंधी तूफान रही है। इसमें 619 लोगों की जान अत्यधिक बरसात के कारण हुई है। मौसम विभाग के एक प्रेजेंटेशन के मुताबिक इसमें बिहार पहले व असम दूसरे नंबर पर।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जलवायु परिवर्तन के असर से लगातार बढ़ रही चरम मौसमी घटनाएं अब जानलेवा भी साबित हो रही हैं। 2022 में ही अब तक 1,322 लोगों जान ऐसी घटनाओं की वजह से जा चुकी है।
बिजली और आंधी-तूफान की वजह से हुई सबसे ज्यादा मौत
इस आशय की जानकारी भी मौसम विभाग के महानिदेशक डा मृत्युंजय महापात्रा ने स्वयं एक प्रेजेंटेशन के जरिए साझा की है। इसके मुताबिक इस साल अभी तक चरम मौसमी घटनाओं की वजह से देश भर में 1,322 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें सबसे अधिक जान बिजली और आंधी तूफान की वजह से गई हैं।
इस वजह से 696 लोगों ने अपनी जान गंवाई। अत्यधिक वर्षा के कारण देश में 619 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा आंधी की वजह से चार जबकि लू की वजह से तीन लोगों की मौत हुई है। महापात्रा के अनुसार सबसे अधिक मौते बिहार में हुईं। यहां पर 236 मौतें बिजली और आंधी तूफान की वजह से हुई हैं।
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दूसरे नंबर पर असम का नाम आता है। यहां कुल 184 मौतें हुई। इनमें 161 मौतें तेज बरसात और 23 मौतें बिजली जबकि आंधी तूफान की वजह से हुई। महाराष्ट्र में कुल 118 मौते हुई हैं। इनमें से 75 वर्षा और 43 बिजली व आंधी तूफान की वजह से हुई हैं। राजस्थान में 108 मौतें हुई है। इसमें से 47 वर्षा और 61 बिजली व आंधी तूफान की वजह से हुई हैं।
प्रजेंटेशन के मुताबिक कुल 23 राज्यों में यह मौतें हुई हैं। इसमें सबसे कम मौतें पंजाब और सिक्किम में हुई हैं। दोनों ही प्रदेशों में तीन तीन मौतें हुई हैं। दोनों प्रदेशों में यह मौतें तेज बरसात के कारण हुई हैं। लू की वजह से ओडिशा में तीन मौतें हुई हैं जबकि आंधी तूफान की वजह से ओडिसा में एक और जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में तीन मौतें हुई हैं।