एनसीआई में सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए 11 नए पद सृजित, कैंसर के मरीजों को होगी सुविधा
एनसीआई में डॉक्टरों की कमी है। पैथोलॉजी व माइक्रोबायोलॉजी के डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों के सैंपल जांच के लिए एनसीआई से दिल्ली एम्स में लाने पड़ते हैं। इस वजह से जांच में देरी होती है। डॉक्टरों की नियुक्ति होने से एनसीआई में जांच और पैलिएटिव केयर की सुविधा बेहतर होगी। इससे कैंसर मरीजों की जांच की सुविधा बेहतर होगी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। एम्स ने हरियाणा के झज्जर स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआई) के लिए सहायक प्रोफेसरों के 11 अतिरिक्त पद सृजित किए हैं। जिसमें पांच पैथोलॉजी व माइक्रोबायोलॉजी के सहायक प्रोफेसरों के पद शामिल हैं।
इन डॉक्टरों की नियुक्ति होने से एनसीआर में कैंसर मरीजों की जांच की सुविधा बेहतर होगी। साथ ही पैलिएटिव केयर के डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ेगी। इससे पैलिएटिव केयर की सुविधा भी बढ़ेगी। मौजूदा समय में एनसीआई डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है।
दो सहायक प्रोफेसरों के पद शामिल
पैथोलॉजी व माइक्रोबायोलॉजी के डॉक्टरों की कमी ज्यादा है। इस वजह से एनसीआई से मरीजों के सैंपल जांच के लिए दिल्ली एम्स में लाने पड़ते हैं। इससे जांच में देरी होती है। डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए एम्स प्रशासन ने डॉक्टरों के नए पद सृजित किए हैं। जिसमें पैथोलॉजी विभाग के तीन व माइक्रोबायोलॉजी विभाग के दो सहायक प्रोफेसरों के पद शामिल हैं।
एनसीआर में मरीजों को मिलेगी राहत
इसके अलावा पैलिएटिव केयर के तीन, प्रिवेंटिव आंकोलाजी के एक, फिजिकल मेडिकल रेहैबिलिटेशन व बायोस्टेटिस्टि के एक पद शामिल है। इन डॉक्टरों की नियुक्ति होने से एनसीआर में जांच व पैलिएटिव केयर की सुविधा बेहतर होने के साथ-साथ कैंसर से बचाव के लिए स्क्रीनिंग की सुविधा भी बढ़ेगी।
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