Delhi Metro के फेज 4 के कॉरिडोर पर दौड़ेगी बिना ड्राइवर की ट्रेन, जल्द दिल्ली पहुंचेंगे कोच
Delhi Metro Phase 4 दिल्ली मेट्रो फेज 4 के निर्माणाधीन तीनों कॉरिडोर के लिए आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में बन रही नई मेट्रो ट्रेनों में से पहली ट्रेन डीएमआरसी को सौंप दी गई। यह ट्रेन पूरी तरह से चालक रहित होगी। फेज चार में करीब 65 किलोमीटर नेटवर्क के तीन मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण चल रहा है जिसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम मौजपुर-मजलिस पार्क और तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। Delhi Metro Phase-4 Corridor: फेज चार के निर्माणाधीन तीन कॉरिडोर के लिए आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में बनाई जा रही नई मेट्रो ट्रेनों में से पहली ट्रेन सोमवार को दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) को सौंप दी गई। जिसे सड़क मार्ग के जरिये कंटेनर ट्रक से दिल्ली रवाना कर दिया गया। फेज चार की नई ट्रेनें पूरी तरह चालक रहित स्वचालित होंगी।
फेज चार में करीब 65 किलोमीटर नेटवर्क के तीन मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण चल रहा है। जिसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम, मौजपुर-मजलिस पार्क व तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर शामिल है। जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर वर्तमान मजेंटा लाइन व मौजपुर-मजलिस पार्क कॉरिडोर पिंक लाइन की विस्तार परियोजना है। तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर की पहचान गोल्डन लाइन के रूप में होगी।
52 ट्रेनों का दिया था कॉन्ट्रेक्ट
इन तीनों कॉरिडोर के लिए डीएमआरसी ने नवंबर 2022 में छह कोच की 52 मेट्रो ट्रेनें (312 कोच) खरीदने का कॉन्ट्रेक्ट दिया था। मेक इंन इंडिया के तहत इस वर्ष फरवरी में श्री सिटी में इन ट्रेनों का निर्माण शुरू हुआ था। इन ट्रेनों की अधिकतम गति 95 किमी प्रति घंटे होगी और 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से परिचालन हो सकेगा।
अक्टूबर में पहुंच जाएगी पहली ट्रेन
पहली ट्रेन की चाबी मिलने के बाद डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक विकास कुमार ने फेज चार की मेट्रो परियोजनाओं के लिए इसे महत्वपूर्ण बताया। बताया जा रहा है कि अक्टूबर में पहली ट्रेन के सभी छह कोच दिल्ली में पिंक लाइन के डिपो में पहुंच जाएंगे, जहां सभी छह कोच को जोड़कर ट्रेन तैयार कर ट्रायल किया जाएगा।
बाकी नई ट्रेनें चरणबद्ध तरीके से दिल्ली पहुंचेंगी। 13 ट्रेनें गोल्डन लाइन पर, 24 ट्रेनें मजेंटा लाइन पर 15 ट्रेनें पिंक लाइन पर इस्तेमाल होंगी।