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Delhi Crime: आंध्र और ओडिशा से लाते गांजा, दिल्ली-NCR में करते सप्लाई; पुलिस ने दबोचे चार तस्कर

दिल्ली पुलिस ने चार कुख्यात ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 1.78 करोड़ रुपये मूल्य का 357 किलो गांजा और तस्करी में इस्तेमाल एक ट्रक जब्त किया गया है। आरोपी आंध्र प्रदेश-ओडिशा सीमा के जंगलों से गांजा लाकर उसे दिल्ली-एनसीआर के लोगों को आपूर्ति करते थे। इस बड़ी कार्रवाई से दिल्ली-एनसीआर में ड्रग्स की तस्करी पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Geetarjun Updated: Sun, 22 Sep 2024 11:49 PM (IST)
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दिल्ली-एनसीआर में गांजा की तस्करी करने वाले चार तस्कर गिरफ्तार।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार कुख्यात ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने 1.78 करोड़ रुपये मूल्य के 357 किलो गांजा व तस्करी में इस्तेमाल एक ट्रक जब्त किया है। आरोपी आंध्र प्रदेश-ओडिशा सीमा के जंगलों से गांजा लाकर उसे दिल्ली-एनसीआर के लोगों को आपूर्ति करते थे।

डीसीपी सतीश कुमार के मुताबिक पुलिस टीम ने नजफगढ़ से ड्रग्स तस्करी के आरोप में जिन चार तस्करों को गिरफ्तार किया है, उनमें दो संदीप कुमार और जोगिंदर सोनीपत, हरियाणा के रहने वाले हैं। दोनों आंध्र प्रदेश-ओडिशा की सीमा से गांजा खरीदकर दिल्ली में आपूर्ति करने में लगे थे।

बड़े पैमाने पर उगाया जाता है गांजा

गांजा ओडिशा-आंध्र प्रदेश के सीमावर्ती आदिवासी इलाकों में बड़े पैमाने पर उगाया जाता है, जहां से इसकी देश के विभिन्न हिस्सों में तस्करी की जाती है। इनके कब्जे से मादक पदार्थ यानी 357 किलोग्राम बढ़िया क्वालिटी का गांजा बरामद किया गया है।

अन्य दो आरोपितों में नवीन कुमार भी सोनीपत व राजेश आदिकाथिया कोरापुट, ओडिशा का रहने वाला है। संदीप कुमार से पूछताछ में पता चला कि वह नवीन और उसके साथियों के निर्देश पर ओडिशा-आंध्र प्रदेश की सीमा से गांजा खरीदकर तस्करी करता था।

इस तरह गांजा होता था स्पलाई

बरामद गांजा नवीन व एक अन्य व्यक्ति तक पहुंचाया जाना था। जिसके बाद नवीन कुमार को भी गांजा प्राप्त करते एवं वैन में लोड करते समय गिरफ्तार कर लिया गया। राजेश आदिकाठिया पार्वतीपुरम, आंध्र प्रदेश (ओडिशा और आंध्र प्रदेश का सीमा क्षेत्र) से ट्रक में गांजा लोड किया था।

कर्जा चुकाने के लिए करने लगा गांजा की तस्करी

संदीप कुमार ने पहले ट्रक ड्राइवर के रूप में काम करना शुरू किया। इसके बाद उसने खुद का ऑटो खरीदा। घाटा होने पर उसने ऑटो बेच दिया और लोन पर आयशर कैंटर खरीदा। ट्रक का कर्ज चुकाने और पहले के नुकसान से उबरने के लिए वह आसानी से पैसा कमाना चाहता था।

इसलिए वह नवीन के संपर्क में आया, जिसने उसे कमीशन के आधार पर गांजा लाने का लालच दिया। नवीन कुमार पहले सीएनजी गैराज में मैकेनिक का काम करता था। हरियाणा में एक हत्या के मामले में उसे गिरफ्तार किया गया था। जेल से निकलने के बाद उसने तस्करों के संपर्क में आकर ड्रग्स बेचना शुरू कर दिया। राजेश आदिकाठिया आसानी से पैसा कमाने के लिए अपने खेतों और ओडिशा के अन्य किसानों से गांजा लेकर बेचना शुरू कर दिया।