NIA ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य को किया गिरफ्तार, हत्या और जबरन वसूली जैसे मामलों में था वांछित
NIA ने शनिवार को तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। जो कि इस मामले में लंबे वक्त से वांछित था। आरोपित की पहचान हरियाणा के फतेहाबाद इलाके में रहने वाले युधवीर सिंह उर्फ साधु के रूप में हुई है।
नई दिल्ली, पीटीआई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान हरियाणा के फतेहाबाद इलाके में रहने वाले युधवीर सिंह उर्फ साधु के रूप में हुई है जो कि इस मामले में लंबे वक्त से वांछित था।
सीमापार से करता था हथियारों की तस्करी
एनआईए के प्रवक्ता ने एनआईए को बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। वह अपने गिरोह के लिए रुपये जुटाने और युवाओं को भर्ती कराने के लिए प्रेरित करता था। उन्होंने आगे कहा कि जांच से पता चला है कि युद्धवीर भारत के विभिन्न हिस्सों में खूंखार गैंगस्टरों और अपराधियों के लिए सीमा पार से हथियारों की तस्करी करता था। बिश्नोई और सिंडिकेट के सदस्यों के निर्देश पर वह आपराधिक गिरोह के सदस्यों के सहयोगियों और आरोपी व्यक्तियों को भी काम देता था। यह आरोपित हत्या और जबरन वसूली सहित विभिन्न प्रकार के अपराधों में शामिल था।
युधवीर सिंह को जिस मामले में गिरफ्तार किया है, उसमें एनआईए ने 24 मार्च को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत 14 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। यह मामला दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने और युवाओं की भर्ती करने के लिए भारत और विदेशों में स्थित आपराधिक सिंडिकेट/गैंगों के सदस्यों द्वारा रची गई साजिश से संबंधित है।
वहीं, प्रवक्ता ने कहा, "एनआईए की जांच में अब तक पता चला है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने की साजिशें विभिन्न राज्यों की जेलों में रची गई थी, जिसको विदेशों में मौजूद गिरोह के गुर्गों के एक नेटवर्क द्वारा इसे अंजाम दिया जा रहा था।"
ऑपेशन ध्वस्त में NIA ने पकड़े थे तीन बरमाश
आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच बढ़ते सांठगांठ को नष्ट करने और उनकी फंडिंग और बुनियादी ढांचे को खत्म करने के एनआईए के प्रयासों के तहत मामले और ऐसे अन्य मामलों की आगे की जांच जारी है। 17 मई को पंजाब और हरियाणा पुलिस के साथ NIA ने "ऑपरेशन ध्वस्त" के तहत नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 324 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया और बड़ी मात्रा में नकदी के अलावा भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया था।