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Haryana Election: केजरीवाल की रिहाई से हरियाणा में कांग्रेस को नुकसान, भाजपा को फायदा

अरविंद केजरीवाल जेल में थे तो उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा में मोर्चा संभाले रखा। केजरीवाल के जमानत पर जेल से बाहर आने से हरियाणा के चुनावी रण में उतरी उनकी पार्टी को बड़ी ताकत मिल सकती है। हालांकि केजरीवाल के सामने कई चुनौतियां भी हैं। आप प्रदेश की सभी 90 सीटों पर रैलियां कर चुकी है।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sat, 14 Sep 2024 07:08 AM (IST)
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केजरीवाल की रिहाई से हरियाणा में कांग्रेस को नुकसान

अनुराग अग्रवाल, जागरण, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के जमानत पर जेल से बाहर आने से हरियाणा के चुनावी रण में उतरी उनकी पार्टी को बड़ी ताकत मिल सकती है। केजरीवाल का चुनाव प्रचार राजनीतिक रूप से कांग्रेस के लिए नुकसानदायक और सत्तारूढ़ भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की स्थिति में जिस वोट बैंक का नुकसान भाजपा को होता, वह अब इन दोनों दलों में बंटने की स्थिति बन चुकी है। अरविंद केजरीवाल जेल में थे तो उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा में मोर्चा संभाले रखा।

केजरीवाल के सामने कई चुनौतियां

राज्यसभा सदस्य डा. संदीप पाठक और संजय सिंह ने उनका साथ दिया। विधानसभा चुनाव से पहले ही आप प्रदेश की सभी 90 सीटों पर रैलियां कर चुकी है। इन रैलियों में सुनीता केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, भगवंत मान, संदीप पाठक और संजय सिंह ने कार्यकर्ताओं को जोड़ने की पूरी कोशिश की है, लेकिन वे कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल नहीं बना पाए। हालांकि केजरीवाल के सामने कई चुनौतियां भी हैं।

हरियाणा और पंजाब के बीच बरसों पुराने एसवाईएल नहर निर्माण के मुद्दे पर उनकी राय पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। पंजाब में वह पंजाब के हितों की बात करते हैं और हरियाणा में स्वयं को हरियाणा का बेटा बताते हुए यहां के लोगों की पानी की जरूरत को स्वीकार करते हैं। पार्टी का यह दोहरा स्टैंड हरियाणा के लोगों के गले नहीं उतर रहा है।

आप ने 2024 के इस चुनाव में सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे

केजरीवाल की धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल और भगवंत मान ने हालांकि राज्य में रैलियों के दौरान एसवाईएल का पानी नहीं मिलने के लिए केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारों को दोषी ठहराया है, लेकिन वह पार्टी का स्टैंड स्पष्ट नहीं कर पाए हैं। भाजपा-कांग्रेस के नौ बागियों को आप के टिकट 2019 के विधानसभा चुनाव में नोटा से पिछड़ने वाली आप ने 2024 के इस चुनाव में सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

भाजपा-कांग्रेस में टिकट नहीं मिलने वाले दावेदारों को आप ने हाथों हाथ टिकट देकर उनके वोट बैंक में सेंधमारी की सोची है। आप ने भाजपा छोड़कर आए पांच और कांग्रेस के तीन बागियों के साथ इनेलो के भी एक बागी को टिकट दिया है।

चुनाव में भाजपा को बुरी तरह पराजित करेंगे

आप के हरियाणा अध्यक्ष डा. सुशील गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल को मिली जमानत भाजपा के मुंह पर तमाचा है। इसने साबित कर दिया है कि भाजपा के झूठ का पहाड़ ध्वस्त हो चुका है। अब हम हरियाणा के चुनावी रण में भाजपा को बुरी तरह पराजित करेंगे।