Lok Sabha Result 2024: कितने पढ़े-लिखे हैं नई लोकसभा के सदस्य, 27 सांसद के पास डॉक्टरेट की डिग्री, जानिए बाकी की क्या है योग्यता
Lok Sabha Election Result 2024 18वीं लोकसभा के लिए सदस्यों का चुनाव हो गया है। 543 सांसद चुने गए हैं। इन सदस्यों की क्या योग्यता है और कितने पढ़े-लिखे हैं। इस बार चुने गए संसद अधिक पढ़े लिखे हैं। 78 प्रतिशत सदस्य स्नातक या उससे अधिक पढ़े-लिखे हैं इस लोकसभा में। कम पढ़े-लिखे सांसदों की संख्या घटी है। 41 पार्टियों का प्रतिनिधित्व इस बार की लोकसभा में दिखेगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा की तस्वीर इस बार कई मायनों में पिछली लोकसभा से अलग होगी। इस दौरान जो अहम बदलाव दिखने को मिलेंगे, उसमें इस बार पिछली लोकसभा के मुकाबले और अधिक सदस्य स्नातक या उससे अधिक पढ़े-लिखे होंगे।
18वीं लोकसभा में चुनकर आए 543 सदस्यों में से 423 सदस्य ऐसे होंगे, जिनकी शिक्षा स्नातक या उससे अधिक होगी। इनमें 27 सांसद डाक्टरेट डिग्री वाले भी होंगे। 17वीं लोकसभा में स्नातक और उससे अधिक पढ़े-लिखे सदस्यों की संख्या 396 थी, वहीं डाक्टरेट डिग्री वाले सांसद करीब 21 थे।
कम पढ़े-लिखे सांसदों की संख्या घटी
यह जानकारी संसद के काम-काज पर शोध करने वाली एजेंसी पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च की रिपोर्ट से सामने आई है। 78 प्रतिशत सदस्य स्नातक या उससे अधिक पढ़े-लिखे हैं इस लोकसभा में। कम पढ़े-लिखे सांसदों की संख्या घटी है। 22 प्रतिशत यानी 119 सांसद ऐसे होंगे, जिनकी शिक्षा हायर सेकेंडरी या उससे कम होगी। 27 प्रतिशत (147 सांसद) ऐसे थे पिछली लोकसभा में, जिनकी शिक्षा हायर सेकेंडरी या उससे कम थीपहली बार चुनकर आए
लोकसभा में इस बार पिछली लोकसभा के मुकाबले के पहली बार चुनकर आने वाले सदस्यों की संख्या भी बढ़ी है।
सामाजिक, कृषि व कारोबार से आए हैं सबसे अधिक सांसद
नई लोकसभा में चुनकर आने वाले सदस्यों में सबसे अधिक ने अपना पेशा सामाजिक क्षेत्र, कृषि और कारोबार बताया है। लोकसभा में इस बार पिछली लोकसभा के मुकाबले अधिक सदस्यों ने खुद को कानून और न्यायिक क्षेत्र से जुड़ा हुआ बताया है। 18वीं लोकसभा में कानून व न्यायिक क्षेत्र से जुड़े सदस्यों की संख्या सात प्रतिशत हो गई है।दलों की स्थिति
41 पार्टियों का प्रतिनिधित्व इस बार की लोकसभा में दिखेगा। 36 दलों के प्रतिनिधि 17वीं लोकसभा में जीते थे। 17वीं लोस में पहली बार चुनकर आए सदस्यों की संख्या 267 थी। इस चुनाव में पहली बार 280 सदस्य चुनकर आए हैं। यह भी पढ़ें- Chandrababu Naidu: युवा कांग्रेस से सियासी सफर फिर ससुर से बगावत, हैदराबाद को IT हब बनाने वाले नायडू की दिलचस्प कहानी