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Ambala News: अंबाला के 250 परिवार कर रहे इच्‍छा मृत्‍यु मांगने की तैयारी, एक ने राष्‍ट्रपति को भेजा लेटर

अंबाला के 250 परिवार इच्‍छा मृत्‍यु मांगने की तैयारी कर रहे हैं। भिवानी से एक ऐसे ही पिता ने अपने परिवार सहित (दो बच्चे तो मस्कुल डिस्ट्रोफी से पीड़ित हैं) इच्छा मृत्यु मांगी है जिसके लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। सरकार से पर्याप्त इलाज न मिल पाने की स्थिति और इन परिवारों की आर्थिक हालत के चलते यह सभी इच्छा मृत्यु मांगने की तैयारी कर रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Fri, 07 Jul 2023 10:10 PM (IST)
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अंबाला के 250 परिवार कर रहे इच्‍छा मृत्‍यु मांगने की तैयारी, एक ने राष्‍ट्रपति को भेजा लेटर

अंबाला, जागरण संवाददाता: मस्कुलर डिस्ट्रोफी से पीड़ित परिवार अब अपने बच्चों की हालत से इस कदर आहत हैं कि अब इच्छा मृत्यु मांगने की तैयारी कर रहे हैं। भिवानी से एक ऐसे ही पिता ने अपने परिवार सहित (दो बच्चे तो मस्कुल डिस्ट्रोफी से पीड़ित हैं) इच्छा मृत्यु मांगी है, जिसके लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। सरकार से पर्याप्त इलाज न मिल पाने की स्थिति और इन परिवारों की आर्थिक हालत के चलते यह सभी थक चुके हैं और अब इच्छा मृत्यु मांगने की तैयारी कर रहे हैं।

अंबाला में ऐसे पीड़ित बच्चों की संख्या करीब ढाई सौ है। इसी को लेकर जल्द ही अंबाला अथवा करनाल में मीटिंग होने जा रही है, जिसको लेकर तैयारियां की जा रही हैं। अंबाला में यह परिवार सामूहिक रूप से एकत्रित होकर सरकार से उपचार की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अंबाला के यह परिवार भी अब इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे।

एक लाचार और दो अभागे बच्चों का पिता

भिवानी के गांव फूलपुरा जिला भिवानी के सुंदर सिंह ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु मांगी है। छह जुलाई को लिखे इस पत्र में सुंदर सिंह ने बताया कि उसके दो बच्चे हरेंद्र सिंह व विरेंद्र सिंह हैं। दोनों को मस्कुलर डिस्ट्रोफी है। हालात यह है कि दस साल तक आते-आते इन बच्चों का जीवन व्हील चेयर पर आ जाता है।

बच्चे बीस साल की उम्र तक इस कदर इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं, जिससे उनकी मृत्यु तक हो सकती है। यह दोनों बच्चे पूरी तरह से अन्य लोगों पर निर्भर हैं। डाक्टर बताते हैं कि दवा यूएसए से आएगी जिसका खर्च ही काफी अधिक है। यह जीन थैरेपी है, जिसका खर्च उसके बूते से बाहर है। उन्होंने जल्द से जल्द इच्छा मृत्यु की इजाजत देने की मांग की है।

अंबाला में हैं ढाई सौ पीड़ित, लगा चुके हैं गुहार

जिला अंबाला की बात करें, तो मस्कुलर डिस्ट्रोफी से पीड़ित बच्चों की संख्या करीब ढाई सौ है। यह परिवार भी अपने बच्चों के इलाज के भटक रहे हैं। किसी ने अपनी सारी जमा पूंजी बच्चों के इलाज में लगा दी, तो किसी ने जमीन बेच दी।

अब यह परिवार भी सुंदर सिंह की तरह ही इच्छा मृत्यु मांगने की तैयारी में हैं। अंबाला कैंट के सुभाष पार्क में इन बच्चों ने एकत्रित होकर अपनी जिंदगी बचाने के लिए दवा की गुहार लगाई थी। इसी को लेकर जल्द ही प्रदेश भर से ऐसे परिवार अंबाला या फिर करनाल में जुटेंगे।

एक परिवार कर चुका है सुसाइड

मध्य प्रदेश में एक व्यक्ति ने परिवार सहित सुसाइड कर लिया था। यह परिवार अपने बच्चों को हुई मस्कुलर डिस्ट्रोफी बीमारी से आहत था और इलाज करवा पाने में असमर्थ था। इस परिवार ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो डालकर अपने सुसाइड की बात कही। इसके बाद बच्चों के जहर देकर पति-पत्नी ने भी सुसाइड कर लिया था। महिला ने अपनी भाभी को काल कर बताया था कि उसने अपने बच्चों को जहर दे दिया है।

जिला अंबाला में करीब ढाई सौ बच्चे मस्कुलर डिस्ट्रोफी से पीड़ित हैं। हाल ही में भिवानी में मीटिंग हुई थी, जिसमें बताया गया था कि सुंदर सिंह ने इच्छा मृत्यु मांगी है। अंबाला में भी परिवार अब इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे, क्यों कि इन से बच्चों की हालत देखी नहीं जाती। इसी को लेकर जल्द ही अंबाला या फिर करनाल में मीटिंग होगी, जिसमें प्रदेश भर से ऐसे परिवार जुटेंगे। इस में आगामी फैसला लिया जाएगा। - दिनेश कुमार, मस्कुलर डिस्ट्रोफी पीड़ित परिवार हरियाणा