World Alzheimer Day: खेलने और मनाेरंजन करते रहने से दूर रहती है भूलने की बीमारी
World Alzheimer Day अल्जाइमर रोग एक भूलने की बीमारी है। इस रोग के बारे में जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है।
By Manoj KumarEdited By: Updated: Mon, 21 Sep 2020 01:18 PM (IST)
हिसार [सुभाष चंद्र] World Alzheimer Day अल्जाइमर रोग एक भूलने की बीमारी है। इस रोग के बारे में जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है। यह दिवस 2012 से मनाया जा रहा है। इस दिन लोगों को रोग के बारे में जागरूक किया जाता है। इस वर्ष की थीम लेट्स टॉक अबाउट डिमेंशिया है। अल्जाइमर रोग डिमेंशिया का सबसे सामान्य प्रकार है। जिसके परिणामस्वरूप याददाश्त एवं सोचने की शक्ति में कम होती जाती हैं। यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिसके कारण याददाश्त खोना, याददाश्त में बदलाव, अनियमित व्यवहार एवं शारीरिक प्रक्रियाओं को नुकसान पहुंचता हैं।
आमतौर पर यह रोग धीरे-धीरे शुरू होता है लेकिन समय के साथ गंभीर हो जाता है। अल्जाइमर के सबसे सामान्य शुरूआती लक्षणों में हालिया घटनाओं को याद रखने में कठिनाई आती है। अल्जाइमर से पीडि़त रोगी व्यक्ति का नाम जैसे कि पुराने मित्रों, अपने घर का पता, यहां तक कि सड़कों तथा अन्य वस्तुओं के नाम भी भूल जाता हैं। इस रोग में शुरुआत में व्यक्ति को चिड़चिड़ापन व गुस्सा आता है, धीरे-धीरे मित्रों को भूल जाना, नई बातों को भूलना इसके लक्षण है।
सिविल अस्पताल में प्रति महीने अल्जाइमर के 5 से 6 केस आते है। हालांकि अभी काफी कम केस आ रहे है, लेकिन अगर लाइफस्टाइल पर ध्यान ना दिया जाए तो इसके रोगी बढ़ भी सकते है। इसे दूर करने के लिए प्रतिदिन नए चैलेंज अपने लिए रखो, या कोई नई लैंग्वेज सीखो, चिकित्सकों के अनुसार कुछ नया सीखते रहे तो इस रोग से बचा जा सकता है। यह रोग अधिकतर वृद्धों को प्रभावित करता है।
अल्जाइमर के लक्षण -
- स्वभाव में बदलाव।
- चीजों को गलत स्थान पर रख देना। - समय या स्थान में भटकाव।- समस्याओं को हल करने में कठिनाई। - तारीख और समय की जानकारी रखने में परेशानी। - हालिया जानकारी भूलना।- सामाजिक एवं मनोरंजक गतिविधियों से दूर रहना।- घर या कार्यस्थल पर सामान्य कार्यों को पूरा करने में कठिनाई। - पढऩे, दूरी का आकलन और रंग पहचानने में कठिनाई।
अल्जाइमर रोग को ऐसे रोका जा सकता है -- शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं मनोरंजनात्मक गतिविधियों में शामिल होना, जैसे कि: - प्रतिदिन पढऩा। - प्रतिदिन चलना।- तैराकी करना। - आनंद के लिए लेखन। - योग एवं ध्यान करना। - संगीतमय वाद्ययंत्र बजाना।- क्रिकेट जैसे सामूहिक गेम खेलना।- प्रौढ़ शिक्षा पाठ्यक्रम में भाग लेना। - घर के अंदर खेले जाने वाले खेल जैसे कि वर्ग पहेली, पहेली बूझो, स्क्रैबल एवं शतरंज खेलना।
----अल्जाइमर रोग से बचाव के लिए हमें अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए, साथ ही याददाश्त बढ़ाने के लिए माइंड गेम्स, वर्ग पहेली, सूडोको जैसे गेम खेलने चाहिए। इससे याददाश्त में वृद्धि होती है।- डा. शालु ढांडा, क्लीनिक साइकोलॉजिस्ट, सिविल अस्पताल।
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