Haryana: रोडवेज कर्मचारी और अधिकारी रिटायरमेंट पर नहीं ले सकेंगे महंगे गिफ्ट, परिवहन विभाग ने जारी किए आदेश
परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप विर्क ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। यदि किसी डिपो में कर्मचारी या अधिकारी को सेवानिवृत्ति पर गिफ्ट दिया जाता है तो इसके लिए महाप्रबंधक जिम्मेदार होंगे। महाप्रबंधकों को उपहार दिए जाने से जुड़े सभी मामलों की रिपोर्ट परिवहन निदेशक और मुख्य सतर्कता अधिकारी को देनी होगी। बता दें कि अभी जांच के घेरे में 60 अधिकारी और कर्मचारी हैं।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। Haryana Roadways Employees Retirement Rules हरियाणा रोडवेज में कोई भी अधिकारी और कर्मचारी अपनी सेवानिवृत्ति पर महंगे उपहार नहीं ले सकेगा। अगर कोई रोडवेज कर्मचारी गिफ्ट लेता है तो इसे अपराध मानते हुए एफआइआर दर्ज कराने के साथ ही भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत विभागीय कार्रवाई की जाएगी। संबंधित व्यक्ति के सेवानिवृत्ति लाभ भी रोक लिए जाएंगे।
परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप विर्क ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। यदि किसी डिपो में कर्मचारी या अधिकारी को सेवानिवृत्ति पर गिफ्ट दिया जाता है तो इसके लिए महाप्रबंधक जिम्मेदार होंगे। महाप्रबंधकों को उपहार दिए जाने से जुड़े सभी मामलों की रिपोर्ट परिवहन निदेशक और मुख्य सतर्कता अधिकारी को देनी होगी।
महाप्रबंधक पर भी होगी कार्रवाई
आदेश के मुताबिक, अगर कोई महाप्रबंधक स्वयं उपहार लेते हुए पाया जाता है तो संबंधित यातायात और कार्य प्रबंधक की जिम्मेदारी होगी कि वह अधिकारियों को सूचित करें। इसी तरह परिवहन मुख्यालय में यदि कोई कर्मचारी उपहार लेते पाया जाता है तो परिवहन निदेशक इसकी सूचना अग्रसारित करेंगे। किसी रिश्तेदार या सहयोगी के नाम पर उपहार लेना भी भ्रष्टाचार की श्रेणी में माना जाएगा।
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जांच के घेरे में 60 अधिकारी और कर्मचारी
एक जनवरी 2022 के बाद रिटायर हुए 60 अधिकारी और कर्मचारी जांच के घेरे में हैं। इनमें से कई पर उपहार लेने के आरोप लगे हैं। परिवहन निदेशक ने पिछले साल एक जनवरी से विगत 31 अगस्त तक रिटायर हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की डिटेल मांगी है। साथ ही उन्हें उपहार देने के सबूत भी मांगे हैं ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके।
कर्मचारी नेताओं ने रिटायरमेंट में ली महंगी गाड़ियां
आरोप है कि रोडवेज के कुछ कर्मचारी नेताओं ने रिटायरमेंट के दौरान महंगी गाड़ियां उपहार में ली हैं। इनमें से एक को क्रेटा, दूसरे को स्कार्पियों और तीसरे को इनोवा कार मिली। एक महाप्रबंधक की सेवानिवृत्ति पर उसे कर्मचारियों ने गाड़ी भेंट की। 31 अगस्त को रिटायर होने वाले एक अन्य महाप्रबंधक को गाड़ी देने के लिए रोडवेज कर्मचारी धनराशि जुटा रहे थे तो इसकी जानकारी रोडवेज निदेशालय तक पहुंच गई। इसके बाद संबंधित महाप्रबंधक को स्थानांतरित कर उसे मुख्यालय अटैच कर दिया गया।
आदेशों में साफ किया गया है कि ऐसे गिफ्ट भ्रष्टाचार की श्रेणी में आते हैं और यह सर्विस रूल का उल्लंघन है। रोडवेज महाप्रबंधक, वर्कस मैनेजर और ट्रैफिक मैनेजर की कमेटी ऐसे मामलों की जांच कर रिपोर्ट मुख्यालय को देगी ताकि आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
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