मृतकों का बना दिया डिजिटल राशन कार्ड
हमीरपुर में डिजिटल राशन कार्ड में मृत लोगों के नाम दर्शाने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही छह साल पहले काटे नाम भी दर्ज कर दिए गए हैं।
हमीरपुर, रणवीर ठाकुर। कहने को तो हम आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन डिजिटल राशन कार्ड में गलतियों को देखकर ऐसा नहीं लगता। किसी महिला को दूसरे की पत्नी या किसी पुरुष को किसी का पति बनाने जैसी गलतियां बहुत सामने आ रही हैं, लेकिन मृत व्यक्ति के नाम से डिजिटल राशन कार्ड जारी करने का मामला पहली बार सामने आया है। ऐसी गलती क्यों हुई यह तो जांच का विषय है, परंतु इससे सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही झलकती है।
हमीरपुर में डिजिटल राशन कार्ड में मृत लोगों के नाम दर्शाने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही छह साल पहले काटे नाम भी दर्ज कर दिए गए हैं। इसके अलावा और भी कई खामियां इनमें पाई गई हैं। जिलेभर की 229 पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि, पंचायत सचिव व पंचायत सहायक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग हमीरपुर के माध्यम से इस कार्य को पूरा करवाने के लिए तैनात किए गए थे, जिसमें संबंधित डिपुओं के सेल्समैन व सचिव राशन कार्डों की सही सूची विभाग को तैयार करवाते हैं। इन सूचियों में भारी खामियां होने के कारण हर राशन कार्डधारक
में भारी रोष है। कई स्थानों पर तो लोगों को डिजिटल राशन कार्ड अभी तक नहीं मिले हैं और जिन डिपुओं में राशन कार्ड पहुंचे उनमें भारी खामियां पाई हैं।
जिलेभर में हुए सर्वे के मुताबिक डिजिटल राशन कार्ड में एक ही नाम के अधिक कार्ड होने से उनकी पहचान करना सेल्समैन के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया है। कई खामियां खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कार्यप्रणाली की पोल खोल रही है। लोगों ने बताया कि उन्हें विभाग की ओर से डिजिटल राशन कार्डों की गलतियों को सही करवाने में कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। विभाग दलील दे रहा है कि जिलेभर की 292 उचित मूल्य की दुकानों के सेल्समैनों व सचिवों के पास फार्म दिए गए हैं और जो भी खामी डिजिटल कार्डों में पाई गई है उन उपभोक्ताओं के लिए नया डिजिटल राशन कार्ड बनाकर विभाग शीघ्र मुहैया करवाएगा।
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