Shrikhand Mahadev Yatra पर जा रहे 200 लोग लौटाए गए, पुलिस ने तैनात किए जवान; जानें क्या है वजह
देश की कठिन यात्राओं में शुमार श्रीखंड महादेव की यात्रा (Shrikhand Mahadev Yatra) इस वर्ष 14 से 27 जुलाई तक होनी है। श्रीखंड महादेव की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। बिना अनुमति के यात्रा कर रहे करीब 200 लोगों को पुलिस ने रास्ते से लौटा दिया। श्रीखंड महादेव यात्रा शुरू नहीं की गई है और अब तक तीन श्रद्धालु अपनी जान गंवा चुके हैं।
संवाद सहयोगी, कुल्लू। श्रीखंड महादेव यात्रा पर बिना अनुमति जाने पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। निरमंड के सिंहगाड़ में यात्रा के रास्ते में पुलिस जवान तैनात कर दिए हैं। पुलिस जवानों ने दो दिन में 200 लोगों को लौटाया है। समुद्रतल से 18,570 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव यात्रा बेहद कठिन है।
14 से 17 जुलाई तक होनी है श्रीखंड महादेव की यात्रा
इस बार श्रीखंड महादेव की यात्रा 14 से 27 जुलाई तक होनी है। लोगों ने अभी से यात्रा पर जाना शुरू कर दिया है। रास्ते में ज्यादा बर्फ है।ग्लेशियर पर पैर फिसलने के कारण अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। अभी तक प्रशासन तैयारियों में जुटा है। रास्ते में टेंट, स्वास्थ्य जांच शिविर व रेस्क्यू टीमें तैनात नहीं हुई हैं। ऐसे में यात्रा करना खतरनाक हो सकता है।दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया था ये मुद्दा
'दैनिक जागरण' ने इस मुद्दे को 23 जून के अंक में प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद उपायुक्त कुल्लू ने आदेश जारी किए और श्रीखंड जाने वाले रास्ते सिंहगाड़ में पुलिस जवान तैनात किए। अब पुलिस जवान किसी को भी श्रीखंड महादेव यात्रा पर नहीं जाने दे रहे हैं।
यात्रा के दौरान इनकी हुई मौत
बिना अनुमति श्रीखंड महादेव यात्रा पर गए निरमंड के अरसू निवासी गोपाल कृष्ण की मौत हो गई थी। वह भीमतलाई में टेंट लगाने गया था। इस दौरान यात्रा पर भी गया और बीमार हो गया था। 15 जून को हरियाणा हिसार के 32 वर्षीय रोहित की पार्वती बाग में ग्लेशियर में पांव फिसलकर खाई में गिरने से उसकी मौत हो गई थी। 21 जून को उत्तर प्रदेश के विनय वर्मा की श्रीखंड के पास ग्लेशियर में पांव फिसलने से मौत हो गई थी।
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