Move to Jagran APP

खुशखबरी! हिमाचल में 6297 पदों पर शिक्षकों की भर्तियां शुरू, किन विषयों के कितने पद खाली?

हिमाचल प्रदेश में नए शैक्षणिक सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने जा रही है। इसके तहत स्कूलों में नई पाठ्यपुस्तकों से पढ़ाई शुरू होगी। साथ ही सरकार ने खाली शिक्षक पदों को भरने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। प्री-प्राइमरी कक्षाओं के लिए 6297 प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। राज्य में कुल 5481 शिक्षक पद खाली हैं जिनमें से 4457 पद जेबीटी के हैं।

By Anil Thakur Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Thu, 24 Oct 2024 06:35 PM (IST)
Hero Image
हिमाचल प्रदेश में खाली शिक्षक पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू।
राज्य ब्यूरो, शिमला। नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत तैयार पाठ्य पुस्तकों से पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने देश के सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर खाली पदों को भरने को कहा है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला हिमाचल देश में पहला राज्य है। शिक्षकों के पदों को भरने की प्रक्रिया भी हिमाचल सरकार पहले ही शुरू कर चुकी है। प्री प्राइमरी कक्षाओं में बच्चों को पढ़ाने के लिए 6297 प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षकों की भर्ती की जा रही है।

हिमाचल के सरकारी स्कूलों में खाली हैं 5481 पद

राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पहला चरण प्री प्राइमरी से ही शुरू होना है। कक्षा 1 से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करवाने का निणर्य लिया जा चुका है। हिमाचल सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 5481 पद खाली हैं। इनमें 4457 पद सबसे ज्यादा जेबीटी के हैं।

यह भी पढ़ें- साहब! आधार कार्ड में जन्म तिथि अपडेट करवाने कहां जाएं? हिमाचल में 10वीं से कम पड़े लिखे लोगों के लिए ये नई आफत

इनको भरने की प्रक्रिया चली हुई है। पिछले दो सालों में सरकार 6 हजार के करीब पदों को भर चुकी है। कुछ पद सीधी भर्ती, बैच वाइज व पदोन्नति से भरे गए हैं। 2800 पदों को भरने की प्रक्रिया अभी सरकार के विचाराधीन है।

क्या बोले शिक्षा मंत्री?

राज्य चयन आयोग को इसका प्रस्ताव भेजा जाना है। सरकार इन पदों को भरने की मंजूरी पहले ही दे चुकी है। स्कूलों में टीजीटी मेडिकल के 531, टीजीटी मेडिकल के 261, प्रवक्ता बायोलॉजी के 91, प्रवक्ता फिजिक्स के पद खाली हैं। विभाग ने 3 हजार शिक्षक जो प्रतिनियुक्ति पर बाहर थे, उन्हें वापस बुला लिया है।

इसको लेकर हिमाचल के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि शिक्षकों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है। ऐसा कोई स्कूल नहीं है, जो बिना शिक्षक के हैं। अब सरकार शिक्षक छात्र अनुपात पर काम कर रही है। जितने भी पद खाली है, उन्हें जल्द से जल्द भरा जाएगा।

ग्रीन दीपावली का संदेश देंगे स्कूली विद्यार्थी

शिमला राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी ग्रीन दिवाली मनाने का संदेश देंगे। विद्यार्थी पटाखों से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से शिक्षा विभाग को पत्र भेजा गया है।

इसमें आग्रह किया गया है कि बच्चों को इसके लिए जागरूक करें ताकि वह समाज में लोगों को जागरूक कर सकें। निदेशक उच्च शिक्षा विभाग डॉ. अमरजीत शर्मा ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों व उप निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वह बच्चों को जागरूक करें व उन्हें बताए कि पटाखों से प्रदूषण फैलता है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार प्रदेश में दीवाली की रात 10 बजे के बाद सुबह 6 बजे तक पटाखे चलाने पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।

यह भी पढ़ें- तारादेवी-शिमला रोपवे का काम जल्द होगा शुरू, एक घंटे में 6 हजार लोग कर सकेंगे यात्रा; 660 ट्रालियां लगेगी

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।