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Tata Steel : रतन टाटा के भाई नोएल टाटा स्टील बोर्ड में शामिल, जानें कौन हैं ये

Tata Steel टाटा स्टील ने अपने बोर्ड में बड़ा बदलाव किया है। रतन टाटा के भाई नवल टाटा को बोर्ड में शामिल किया गया है। नवल टाटा वोल्टास टाइटन जैसी नामी गिरामी कंपनियों के वाइस चेयरमैन भी हैं। टाटा स्टील प्रबंधन ने बीएसई को यह जानकारी दी है...

By Jitendra SinghEdited By: Updated: Wed, 30 Mar 2022 09:42 AM (IST)
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Tata Steel : रतन टाटा के भाई नोएल टाटा स्टील बोर्ड में शामिल, जानें कौन हैं ये

जमशेदपुर : टाटा स्टील के बोर्ड में अब टाटा परिवार के एक नए सदस्य जुड़ गए हैं। ये हैं नोएल नेवल टाटा। पिछले दिनों टाटा स्टील बोर्ड की बैठक में नोएल टाटा के नाम की मंजूरी दी है। आपको बता दें कि नोएल टाटा इससे पहले टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास लिमिटेड, टाटा इंवेस्टमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन व टाइटन कंपनी के वाइस चेयरमैन के रूप में कार्यरत हैं।

टाटा स्टील प्रबंधन ने पिछले दिनों ही बाम्बे स्टाक एक्सचेंज को इसकी लिखित सूचना दे दी है। कंपनी प्रबंधन ने उन्हें स्वतंत्र निदेशक सह वाइस चेयरमैन के रूप में नामित किया है। आपको बता दें कि टाटा स्टील की स्थापना वर्ष 1907 में जेएन टाटा ने जमशेदपुर के साकची में की थी। जो एशिया की पहली एकीकृत निजी स्टील कंपनी है। कंपनी सूत्रों की माने तो टाटा समूह की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए नोएल टाटा को बोर्ड में शामिल किया गया है। वे टाटा समूह के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा के सौतेले भाई हैं।

नोएल टाटा इन कंपनियों में हैं शामिल

आपको बता दें कि नोएल टाटा, टाटा इंटरनेशल लिमिटेड, वोल्टास लिमिटेड, टाटा इंवेस्टमेंट कारपेोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन जबकि टाइटन कंपनी के वाइस चेयरमैन हैं। इसके अलावा वे कंसाई नेरोलैक पेंट्स लिमिटेड और स्मिथ के बोर्ड में भी शामिल हैं। नोएल टाटा ने वर्ष 1998 में वन स्टोर, ट्रेंट की शुरूआत की थी। इसके बाद उनकी देखरेख में कंपनी देश भर के 330 शहरों में अपने स्टोर का संचालन कर रही है।

वे 11 वर्षों तक कंपनी के प्रबंध निदेशक के रूप में कामकाज देखा। वर्ष 2012 में उन्हें ट्रेंट लिमिटेड का वाइस चेयरमैन नियुक्त किया गया। जबकि 2014 में उन्हें कंपनी का चेयरमैन बनाया गया। वर्तमान में इस पद पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा नोएल टाटा, सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में ट्रस्टी के रूप में भी काम करते हैं। वे इस साल की शुरुआत में सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट में और 2019 में सर रतन टाटा ट्रस्ट में शामिल हुए थे।